मुजफ्फरपुर समेत 33 जिलाें के सभी प्रखंड मुख्यालय परिसर में स्वचालित मौसम केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इन केंद्राें के स्थापित हाेने पर जिले की मौसम संबंधी सूचना के लिए कृषि मौसम परामर्शी सेवा पूसा, पटना व दिल्ली स्थित केंद्राें पर आश्रित नहीं रहना हाेगा। योजना एवं विकास विभाग के अर्थ एवं सांख्यिकी निदेशालय के सचिव मनीष वर्मा ने इसकी सूचना सभी जिलाधिकारियों काे देते हुए एक सप्ताह में इसके लिए अावश्यकता के अनुसार जमीन उपलब्ध कराने काे कहा है। विभाग ने स्वचालित मौसम विज्ञान केंद्र की स्थापना के लिए पूर्वी चंपारण, सुपाैल, नालंदा, गया एवं अरवल जिले काे छाेड़कर बांकी जिलाें के प्रखंडाें में जमीन उपलब्ध कराने काे कहा है। उन्हाेंने जिलाें के सभी प्रखंड कार्यालय परिसर में निर्धारित मानक के अनुसार, सुरक्षा काे ध्यान रखते हुए स्थान का चयन करने काे कहा है। संबंधित BDO व CO द्वारा इसके लिए कम से कम 5.5 गुणा 5.5 मीटर जमीन के साथ इसके चाराें ओर 17 से 20 मीटर खाली जगह हाेनी चाहिए। चयनित जगह के अासपास के मकान व वृक्ष आदि की ऊंचाई की दाेगुनी दूरी पर यह स्थान हाेना चाहिए। यहां दाे माेबाइल सेवा प्रदाता का नेटवर्क जरूरी है। विभागीय सचिव ने सभी डीएम काे व्यक्तिगत रुचि लेते हुए सभी प्रखंड मुख्यालयों में स्वचालित मौसम केंद्र बनाने के लिए एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।
स्वचालित केंद्रों से एकत्र हाेंगे यह आंकड़े
जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों में बनने वाले स्वचालित मौसम केंद्र में विभिन्न प्रकार के आंकड़े एकत्र किए जाएंगे। योजना एवं विकास विभाग के अनुसार, इन केंद्राें में तापमान, वर्षापात, हवा की गति एवं दिशा, सापेक्षिक अाद्रता, वायुमंडलीय दबाव और साैर विकिरण से संबंधित जानकारी एकत्र की जाएगी।
Input : Dainik Bhaskar