साढ़े तीन साल के लंबे इंतजार के बार स्मार्ट सिटी की कोई योजना जमीनी हकीकत बनने जा रही है। स्मार्ट सिटी कंपनी ने शहर की दो स्मार्ट सड़कों के साथ इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर भवन के निर्माण को हरी झंडी दे दी है। सोमवार को कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय ने तीनों योजनाओं के कार्यान्वयन के लिए एजेंसी का चयन कर लिया और उसेे फरवरी में काम शुरू करने को कहा है।
जिन योजनाओं के कार्यान्वयन को एजेंसी का चयन किया गया है उनमें 42.64 करोड़ रुपये की लागत से बैरिया से लक्ष्मी चौक, इमलीचट्टी, स्टेशन रोड होते हुए धर्मशाला चौक तक स्पाइनल रोड तथा 21 करोड़ रुपये की लागत से धर्मशाला चौक से नगर थाना, तिलक मैदान, सरैयागंज टावर होते हुए अखाड़ाघाट पुल तक पेरीफेरल रोड का होगा निर्माण होगा। दोनों सड़क के निर्माण का जिम्मा झारखंड के चाइबासा की एजेंसी खोखर इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है। तीसरी योजना 11.62 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इंटीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर भवन है। इस भवन का निर्माण एमआरडीए व भवन परिसर में होगा। इसके निर्माण का जिम्मा संवेदक अशोक कुमार चौधरी को मिला है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक ने कहा है कि चयनित एजेंसी को एक सप्ताह के अंदर कागजी प्रक्रिया पूरी करने को कहा गया है ताकि माह के अंत तक कार्यादेश जारी किया जा सके। उन्होंने कहा कि एजेंसी को हर हालत में अगले माह काम शुरू करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि अन्य योजनाओं के लिए भी एजेंसी का चयन शीघ्र कर लिया जाएगा। विधानसभा चुनाव पूर्व तत्कालीन नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने इसका शिलान्यास किया था। स्मार्ट सिटी कंपनी के एसपीवी के गठन एवं चेयरमैन के कुर्सी पर नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर के बैठने के बाद स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को गति मिल गई है।
Input: Dainik Jagaran