बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के अघोरिया बाजार स्थित एक होटल के कमरा संख्या 301 में नर्तकी रानी व मनीष कुमार श्रीवास्तव का शव मिलने के बाद होटल प्रबन्धन पुलिस की रडार पर है। पुलिस कई बिंदुओं पर घेरे की तैयारी में जुटी है। बिना फोटो युक्त आईडी प्रूफ के कमरा देना होटल प्रबंधन को लापरवाही बरतने की बिंदु पर सवाल उठ रहें है। इसकी जांच को नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने केस के अनुसन्धानकर्ता को पांच अहम बिन्दुओ पर जांच कर करवाई की रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है।
उन्होंने बताया कि होटल संचालक समेत सभी कर्मियों से बारी-बारी से पूछताछ की जाएगी। पिछले कई माह का विजिटर रजिस्टर की जांच होगी। इससे जानकारी मिलेगी कि होटल में कितने लोग आये और ठहरे। किस दस्ताबेज के आधार रुम दिया गया। उन्होंने बताया कि होटल प्रबंधन से बीते दो माह का सीसीटीवी फुटेज की भी मांग की गई है। मालूम हो कि, मनीष को बगैर फोटो युक्त आईडी के आधार पर रुम दिया गया था। वहीं, युवती का कोई आइडी होटल को नहीं सौंपा गया था। इससे होटल प्रबंधन की खामियां पर पुलिस अंगुली उठा रही है।
स्मैक के धंधेबाज से खरीदा पिस्टल
पुलिस सूत्रों की माने तो अबतक की पुलिस छानबीन में यह जानकारी लगी है कि मनीष शुक्ला रोड के ही एक स्मैक धंधेबाज से पिस्टल खरीदा था। घटना के बाद पुलिस ने शुक्ल रोड में उसके रोड पर जब छापेमारी की तो वह फरार मिला। उक्त पिस्टल देने वाले आरोपित का नाम डीएसपी ने आईओ को डायरी में अंकित करने का निर्देश दिया है। साथ ही उसकी गिरफ्तारी नहीं होने पर कुर्की की प्रक्रिया करने को भी कहा है।
घटना के पीछे शादी का दबाब प्रमुख कारण
नगर डीएसपी ने कहा कि अबतक कि छानबीन में घटना के पीछे रानी द्वारा मनीष पर शादी का दबाव डालना माना जा रहा है। हालांकि, इसक अलावा भी कई बिंदु जांच के लिए है। नर्तकी का मोबाइल टूटा हुआ था। इससे पता लगता है कि दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ था। गुस्से में आकर मनीष ने उसका मोबाइल तोड़ दिया होगा। मनीष के मोबाइल से जो व्हाट्सअप चैट और रिकॉर्डिंग मिला है। उसमे ज्यादातर शादी की ही बात है। नर्तकी मनीष से शादी करना चाहती थी। लेकिन मनीष को यह मंजूर नही रह होगा। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ होगा और मनीष ने उसकी जान लेने के बाद खुद को भी गोली मार की होगी।
मोबाइल से खुलेगा मनीष व रानी का राज
हत्या व आत्महत्या के तीन दिन बाद भी पुलिस इसकी गुत्थी अबतक नहीं सुलझा सकी है। दोनों के परिजन मामले में पुलिस को अबतक ठोस जानकारी नहीं दे सके है। दोनों के रिश्ते के संबंध से भी अनभिज्ञता जता रहें है। लेकिन, पुलिस दोनों को पूर्व परिचित व प्रेमी-प्रेमिका बता रही है। लेकिन, परिजन इससे मानने को तैयार नहीं है। इस गुत्थी को पुलिस मौके से बरामद दोनों के मोबाइल से खुलेगा। पुलिस इसकी वैज्ञानिक जांच कराएगी। जिससे दोनों के बीच का रिश्ते का राज खुलेगा।
मोबाइल पर आता रहा कॉल
होटल के कमरा नंबर 301 के विस्तर से बरामद दो मोबाइल फोन बंद नहीं थे। हत्या व आत्महत्या के बाद भी दोनों के मोबाइल पर रिंग आता रहा। यहां तक की पुलिस के मोबाइल जब्त करने के बाद भी रिंग आया। इसबीच एक मोबाइल सही से काम नहीं कर रहा था। उससे कॉल रिसिव नहीं हो रहा था। उसकी स्क्रीन भी टूटा हुआ था।
लेनदेन की बिंदु पर भी जांच जारी
पुलिस सूत्रों की माने तो मनीष काफी कर्ज में था। देनदार का लगातार तगादा भी आ रहा था। एक-दो माह पूर्व देनदारों ने मनीष से लड़ाई भी की थी। उसके घर जाकर तगादा भी किया था। इससे भी वह परेशान था। पुलिस गोपनीय तरीके से मामले मनीष के बैंक खातों की जांच की तैयारी कर रही है। इससे पुलिस को उसके कर्ज या फिर लेनदेन की जानकारी हो सकेगी।
फोटो युक्त आईडी के बगैर रुम देने पर होगी कार्रवाई
डीएसपी ने निर्देश जारी किया कि बगैर फोटो वाले आईडी के अगर किसी अन्य होटल में भी कमरा दिया गया तो होटल संचालक और प्रबन्धक पर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा मनीष के पास से जो पिस्टल बरामद हुआ है । उसे वह कहां से लाया था। इसका पता लगाने को भी कहा है।
Source : Hindustan