मुजफ्फरपुर में 23 मार्च 2013 को मा’रे गए अधिवक्ता स्व’र्गीय रामकुमार ठाकुर का भतीजा ला’पता. सा’जिश या महज संयोग ? मुज़फ़्फ़रपुर के मानियारी था’ना में एक गुम’शुदगी का मा’मला दर्ज कराया गया है. वैसे गुम’शुदगी के एक सामान्य प्रक्रिया में दर्ज कर पु’लिस उसे हल्के तौर पर ले रही है.पर इस युवक की गु’मशुदगी को हल्के तौर पर नही लिया जा सकता है.
मानियारी थाना क्षेत्र के रतनौली निवासी अनिल ठाकुर का पुत्र दरभंगा इंजीनियरिंग कॉलेज का छात्र है. कल (बुधवार) अपने घर से कॉलेज जाने के लिए तरुण अपने बड़े भाई के साथ मानियारी चौक पहुंचा. मानियारी से ऑटो पकड़कर उसे पहले मुज़फ़्फ़रपुर में कुछ खरीददारी करनी थी. अपने चचेरे भाई को लेकर वह लड़का कपड़े की खरीददारी कर सदर अस्पताल के पास से ऑटो ले लिया और इम्लीचट्टी बस स्टैंड से दरभंगा के लिए बस पकड़ने निकल पड़ा.
परिजन लगातार फोन करते रहे.लेकिन लड़के का फोन नही उठा.रात के 11 बजे फोन स्वीच ऑफ हो गया.परिजनों ने स्थानिए मानियारी थाना को गुमसुदगी का आवेदन देते हुए अनहोनी की आशंका जताई है. बता दे कि परिजनों को अनहोनी की आशंका इसलिए भी बनी हुई है कि 23 मार्च 2013 को स्थानिए राजनीति के कारण लापता युवक के चाचा रामकुमार ठाकुर की हत्या मानियारी के ही पुरुषोत्तमपुर गांव के पास कर दी गई थी.
राजनैतिक गलियारे में भूचाल लानेवाले इस हत्याकांड में एक जनप्रतिनिधि और उनके 6 परिजनों को अभियुक्त बनाया गया था. उस केस में गिरफ्तार एक अभियुक्त अभी जेल में ही है.बाकी अभियुक्तों के घर की कुर्की जप्ती हो चुकी है.साथ ही सभी फरार चल रहे है.फिलहाल पुलिस पूरे मामले पर छानबीन कर रही है .