मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर 19 जनवरी 2020 को बनने वाली मानव शृंखला आधे घंटे की होगी। सुबह 11.30 बजे से दोपहर 12 बजे तक आधे घंटे पूरा बिहार हाथों में हाथ थामकर जल-जीवन हरियाली, न’शामुक्ति और दहेज उन्मूलन के लिए खड़ा होगा। मानव शृंखला के नोडल शिक्षा विभाग ने मानव शृंखला की दूरी भी तय कर ली है। कम से कम 16 हजार 200 किमी में मानव शृंखला बनेगी। वर्ष 2017 और 2018 की मानव शृंखला से भी यह बड़ी होगी। सभी जिलों के लिए भी शृंखला की न्यूनतम लंबाई तय कर दी गयी है।

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मंगलवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने सभी जिला पदाधिकारियों और सभी पुलिस अधीक्षकों को मानव शृंखला को लेकर विस्तृत गाइडलाइन और दिशा निर्देश जारी किया। उन्हें नवाचारी गतिविधियों को बढ़ावा देने को भी कहा गया है। 14 बिंदुओं के निर्देश में श्री महाजन ने कहा है कि उच्चस्तरीय निर्णय के मुताबिक मुख्य एवं उप मार्गों को मिलाकर 16 हजार 200 किमी में मानव शृंखला बनायी जाएगी। जिले के मुख्य मार्ग दूसरे जिले से जुड़ेंगे और अंतत: सभी जिले पटना के गांधी मैदान से जुड़ेंगे। शृंखला निर्माण एवं क्रियान्वयन की जवाबदेही डीएम व एसएसपी की संयुक्त रूप से होगी। सुबह 10.30 बजे सभी प्रतिभागी निर्धारित स्थल पर एकत्र हो जायेंगे। वे सड़क की बायीं ओर कतारबद्ध होकर ह्यूमेन चेन बनाएंगे। हर जिले में एक वरीय अधिकारी शृंखला का प्रभारी पदाधिकारी नामित होगा। सभी डीएम को 10 दिसम्बर तक शृंखला निर्माण के मुख्य व उप मार्ग की जानकारी मैप सहित शिक्षा विभाग को भेजनी होगी। श्री महाजन ने स्पष्ट किया है कि मानव शृंखला में कक्षा 5 से ऊपर के ही विद्यार्थी भाग लेंगे।

जिला किमी प. चंपारण 648 समस्तीपुर 732 दरभंगा 444 मधुबनी 492 सहरसा 240 सुपौल 384 मधेपुरा 348 पू. चंपारण 648 सारण 576

जिला किमी गोपालगंज 444 बांका 408 भागलपुर 360 कटिहार 432 किशनगंज 324 अररिया 432 पूर्णिया 468 वैशाली 420 सीतामढ़ी 564

जिला किमी शेखपुरा 144 खगड़िया 240 बेगूसराय 324 नवादा 348 गया 516 जहानाबाद 192 अरवल 156 औरंगाबाद 468 सीवान 348

जिला किमी पटना 696 भोजपुर 420 बक्सर 336 रोहतास 504 कैमूर 300 नालंदा 504 मुंगेर 240 लखीसराय 276 जमुई 408

इनकी भागीदारी जरूरी मानव शृंखला में सभी विभागों के सभी सरकारी एवं संविदाकर्मी, सरकारी एवं गैरसरकारी विद्यालय, महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मी, जीविका दीदी, आशादीदी, सेविका, सहायिका, छात्र-छात्राएं मानव शृंखला निर्माण में पूर्ण भागीदारी निभाएंगी। जीविका एवं अक्षर आंचल योजना से जुड़े शिक्षा सेवक शृंखला निर्माण के लिए प्रचार-प्रसार करेंगे। इसमें जिले के सभी वार्ड सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, जिला पार्षद अपने-अपने क्षेत्र में नेतृत्वकारी की भूमिका में होंगे।

Input : Hindustan

 

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