मंगलवार को कलश स्थापना के साथ ही चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratra 2021) के नौ दिनों का अनुष्ठान शुरू हो गया है, लेकिन इस बार भी पिछले साल की तरह नवरात्र के दौरान कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं होगा. एक बार फिर इस साल कोरोना के चलते इस आयोजन पर विराम लग गया है.
रामनवमी के दिन पटना के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में भी भक्तों को प्रवेश नहीं मिल सकेगा. बता दें कि हर साल रामनवमी के दिन भारी संख्या में भक्त हनुमान जी के दर्शन करने यहां पहुंचते हैं. मंदिर के बाहर 2 किलोमीटर तक लंबी कतार में लोग खड़े होकर हनुमान मंदिर में पूजा करते हैं, लेकिन कोरोना के चलते पिछले साल की तरह इस साल भी रामनवमी का त्यौहार पूरी सादगी से मनाया जाएगा और कोई बड़ा आयोजन नहीं होगा.
रसीद कटाकर ध्वज लगवा सकते हैं भक्त
महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया की रामनवमी के दिन महावीर हनुमान, भगवान राम और सभी देवी-देवताओं को नये वस्त्र धारण कराये जायेंगे. इस अवसर पर महावीर मंदिर में तीनों स्थानों पर लगे ध्वज बदले जायेंगे. जिन भक्तों ने ध्वजारोहण की रसीद कटाई है, उनके नाम और गोत्र आदि के संकल्प के साथ कार्यालय के पास निर्धारित स्थान पर नये ध्वज लगाये जाएंगे. राम जन्मोत्सव मनाया जायेगा. दोपहर 12 बजे आरती होगी और रात्रि में हवन होगा. मंदिर के नैवेद्यम् काउंटरों पर नैवेद्यम् सुबह से शाम सात बजे तक मिलेगा. नवरात्रि में पूजा कर नैवेद्यम् व सिंदूर की होम डिलीवरी की ऑनलाइन बुकिंग हो रही है.
दर्शन पर रहेगी रोक
पटना के हनुमान मंदिर के 300 साल के इतिहास में लगातार दूसरे साल ऐसा होगा, जब भक्त मंदिर में दर्शन नहीं कर सकेंगे. लॉकडाउन से पिछले वर्ष कलश स्थापना भी नहीं हो सकी थी. रामनवमी के दिन दर्शन को हर साल आने वाले तीन से चार लाख श्रद्धालुओं को निराशा होगी. मालूम हो कि रामनवमी के अवसर पटना में भी भव्य झांकी और शोभा यात्रा का आयोजन हर साल किया जाता था, लेकिन इस बार भी कोरोना के कारण इस पर विराम लग गया है.
Input: News18