कोरोना वायरस महामारी (Covid-10 Pandemic) के चलते देश में 65 दिनों से लॉकडाउन लागू है. लॉकडाउन (Lockdown) की सीधी मार प्रवासी मजदूरों, गरीबों, कामगारों और जरूरतमंदों पर पड़ी है. ऐसे में कांग्रेस (Congress) की ओर से #speakupindia नाम से ऑनलाइन कैंपेन चलाया जा रहा है. इसके तहत हर नेता सोशल मीडिया पर अपनी मांगें रख रहा है. पहले सोनिया गांधी ने मोदी सरकार के सामने अपनी मांगें रखीं. अब राहुल गांधी ने कहा कि आज हिंदुस्तान के लोगों को कर्ज की जरूरत नहीं है, बल्कि पैसे की जरूरत है. इसलिए सरकार अगले 6 महीने तक गरीबों की आर्थिक मदद करे.
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गरीबों को पैसे चाहिए लोन नहीं
राहुल गांधी ने एक वीडियो संदेश जारी किया है. उन्होंने कहा, ‘कोविड-19 के कारण देश में आज एक तूफान आया है, गरीब जनता को चोट लगी है. मजदूरों को भूखा-प्यासा सड़कों पर चलना पड़ रहा है. छोटे कारोबार अर्थ व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी हैं, जो बंद हो रहे हैं. ऐसे में आज हिंदुस्तान के लोगों को कर्ज की जरूरत नहीं है, बल्कि पैसे की जरूरत है.’
It's time for every Indian to stand together & speak up in one voice. #SpeakUpIndia
for our brothers & sisters struggling for survival;
for those whose voice has been silenced;
for those in despair & are fearful.
We are India.
Together we can make a difference. pic.twitter.com/7Q6R2rcWuP
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 28, 2020
राहुल गांधी ने मोदी सरकार से की ये चार मांग
- हर गरीब परिवार के खाते में 7500 रुपये प्रति महीना 6 महीने तक दिया जाए.
- मनरेगा को सौ दिन की बजाय दो सौ दिन तक किया जाए.
- छोटे कारोबारियों के लिए एक पैकेज का ऐलान किया जाए.
- घर लौटते हुए मजदूरों को सुविधा दी जाए.
6 महीनों के लिए 7500 रुपये दिए जाएं
राहुल ने कहा, ‘हमारी सरकार से चार मांगे हैं. पहली मांग यह है कि हर गरीब परिवार के खाते में छह महीनों के लिए 7500 रुपये प्रति माह डाला जाए. मनरेगा को 200 दिन के लिए चलाया जाए. एमएसएमई के लिए तत्काल एक पैकेज दिया जाए. मजदूरों को वापस भेजने के लिए तत्काल सुविधा उपलब्ध कराई जाए.’