केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल प्रवासी मजदूरों को राहत पहुंचाने के लिए बड़ी घोषणा की है। पीयूष गोयल ने कहा है कि रेलवे किसी भी जिले से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने को तैयार है। इसके लिए जिलाधिकारियों को जिले में फंसे प्रवासी मजदूरों की सूची के साथ प्रदेश के नोडल अधिकारी के माध्यम से आवेदन करना होगा। गोयल ने एक ट्वीट के माध्यम से कहा कि रेलवे देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए किसी भी जिले से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने को तैयार है। इसके लिए संबंधित जिले के जिलाधिकारी को श्रमिकों की सूची और उनके गंतव्य के विवरण के साथ नोडल अधिकारी के माध्यम से आवेदन करना होगा।।
To provide relief to migrant labour, Indian Railways is ready to run "Shramik Special" trains from any District in the Country. District Collectors should prepare lists of stranded labour & destination and apply to Railways through the State nodal officer.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) May 16, 2020
डीएम को नोडल अधिकारी के माध्यम से आवेदन करना होगा
गोयल ने एक ट्वीट के माध्यम से कहा कि रेलवे देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए किसी भी जिले से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने को तैयार है। इसके लिए संबंधित जिले के जिलाधिकारी को श्रमिकों की सूची और उनके गंतव्य के विवरण के साथ नोडल अधिकारी के माध्यम से आवेदन करना होगा। रेलमंत्री ने अपने ट्वीट के साथ राज्यों के नोडल अधिकारियों की सूची भी संलग्न की है।
हर दिन 300 ट्रेनें चलाने को तैयार
रेलमंत्री पिछले कुछ दिनों से राज्य सरकारों से अन्य ट्रेनों को स्वीकृति देने की अपील कर हैं ताकि फंसे हुए श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने राजस्थान, झारखंड और बंगाल से खासतौर से अपील की है। इस बीच रेलवे ने बताया कि पहली मई से लेकर 15 मई की अर्धरात्रि तक देश भर में 1074 श्रमिक ट्रेनें चलाई जा चुकी हैं। पंद्रह दिनों में इन ट्रेनों के जरिए करीब 14 लाख प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। रेलवे के अनुसार पिछले 15 दिनों में रेलवे को 1000 से अधिक श्रमिक ट्रेनों के लिए स्वीकृतियां मिलीं। इनमें से ज्यादातर ट्रेनें उत्तर प्रदेश और बिहार के बीच चलीं। रेल मंत्री ने इन ट्रेनों के परिचालन में उत्तर प्रदेश और बिहार के सक्रिय सहयोग की सराहना की है।
किस राज्य ने कितनी ट्रेनों को चलाने की अनुमति दी
रेल विभाग के अनुसार पिछले तीन दिनों में हर दिन दो लाख से ज्यादा कामगारों को गंतव्य तक पहुंचाया गया। आने वाले दिनों में यह क्षमता तीन लाख तक पहुंच जाएगी। अब तक जितनी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चली हैं उनमें 387 अकेले उत्तर प्रदेश के लिए चली हैं। उत्तर प्रदेश ने 526 ट्रेनें चलाने की स्वीकृति दी है। बिहार ने 269 और मध्य प्रदेश के लिए 81 ट्रेनें चलाई गई हैं। इसी तरह झारखंड के लिए 50, ओडीशा के लिए 52 राजस्थान के लिए 23 और बंगाल के लिए 9 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं।
रेल टिकट बुक कराने से पूर्व देनी होगी क्वारंटाइन की सहमति
बेंगलुरु, आइएएनएस। राजधानी एक्सप्रेस से सफर करने के इच्छुक यात्रियों को टिकट की बुकिंग से पहले क्वारंटाइन प्रोटोकाल का पालन करने की सहमति देनी होगी। इसके अनुसार यात्री को गंतव्य पर पहुंचकर अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन नियम का पालन करना होगा। यह जानकारी आइआरसीटीसी के अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने बताया कि पिछले दिनों राजधानी स्पेशल से दिल्ली से बेंगलुरु पहुंचे 19 यात्रियों द्वारा क्वारंटाइन केंद्र पर जाने से मना करने से अप्रिय स्थिति पैदा हो गई थी।
किसी स्थिति में क्वारंटाइन के लिए तैयार न होने से पर उन्हें लौटती ट्रेन से वापस कर दिया गया। आइआरसीटीसी के अधिकारी ने बताया कि आनलाइन टिकट बुक कराने पर मोबाइल और कंप्यूटर की स्क्रीन पर एक पॉप-अप नजर आएगा। इसमें हिंदी और अंग्रेजी में स्वास्थ्य संबंधी एडवाइजरी पढ़ने की बात पूछी जाएगी। सहमत होने पर फोन में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड को कहा जाएगा। अगर यात्री सहमत नहीं होगा तो उसकी टिकट बुक नहीं होगी।
Input : Dainik Jagran