राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर तंज कसा है। उधर, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि समस्याओं से घिरी राज्य की जनता तबाह है और सरकार सो रही है। 15 साल की सरकार को जनता की कोई चिंता नहीं है।
बिहार के अस्पतालों में रुई और सुई भी मिल जाए तो भगवान का शुक्रिया अदा कर देना रे भाई। pic.twitter.com/WxOOSmsc2Y
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) August 10, 2020
राजद प्रमुख ने ट्वीट कर व्यंग्य किया है कि अगर राज्य के अस्पतालों में सूई की कौन कहना न कहे रूई भी मिल जाए तो भगवान को धन्यवाद कहना चाहिए। उन्होंने इसे अपने अंदाज में बयां करते हुए कहा है कि अस्पताल में रुई भी मिले तो भगवान को शुक्रिया अदा कर देना रे भाई।
तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया है कि 75 लाख बिहारवासी बाढ़ से प्रभावित हैं। उनके बीच राहत का वितरण ठीक से नहीं किया जा रहा है। प्रवासी श्रमिक बिना काम-धंधे भूखे घर बैठे हैं। रोजगार देने के दावे विफल साबित हो रहे हैं। कई लोग अब फिर से पलायन करने को विवश हैं। साथ ही राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था मृत प्राय:है। इस कारण लाखों लोग कोरोना पीड़ित होकर भगवान भरोसे है। व्यवसायी वर्ग अलग त्रस्त है। बढ़ते अपराध का कहर भी उन्हें झेलना पड़ रहा है।
रिम्स निदेशक के बंगले पर लालू प्रसाद का नाम दर्ज कर दें: जदयू
वरिष्ठ जदयू नेता व सरकार के सूचना जनसम्पर्क मंत्री नीरज कुमार ने झारखंड सरकार को निशाने पर लिया है। कहा कि बिहार और झारखंड के चारा घोटाला के सजायाफ्ता कैदी लालू प्रसाद को अघोषित राजकीय अतिथि मानकर निदेशक रिम्स, रांची का बंगला दिया गया है।
सवाल स्वाभाविक है। कोरोना संक्रमण की स्थिति में झारखंड सरकार ने यह फैसला लिया, लेकिन रिम्स रांची के कैदी वार्ड में 13 कैदी इलाजरत हैं तो अन्य कैदियों को यह विशेष सुविधा क्यों नहीं दी गयी? नीरज कुमार ने मीडिया को तस्वीर जारी कर दावा किया है कि निदेशक रिम्स के बंगला के नामपट्टिका को मिटा दिया गया। तो क्यों नहीं झारखंड सरकार निदेशक के बंगला के नामपट्टिका पर कैदी नं०- 3351, लालू प्रसाद का नाम दर्ज करवाती है, जिससे आम लोग यह देख सकें कि भ्रष्टाचार के पुरोधा यहां वास करते हैं।
Input : Live Hindustan