लालू यादव के ऑडियो वायरल होने को लेकर बीजेपी एकदम फ्रंटफुट पर आरजेडी सुप्रीमो को घेरने में जुट गई है. बीजेपी विधायक ललन पासवान ने लालू यादव के खिलाफ पटना के विजिलेंस थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसमें उन्होंने लालू यादव द्वारा एक लोक सेवक को मंत्री पद का लालच देने का आरोप लगाया है. इसकी पृष्टि बीजेपी नेता सुशील मोदी ने की है.

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘ललन पासवान ने हिरासत से टेलीफोन कॉल करने और मंत्री पद की पेशकश करने के लिए भ्रष्टाचार अधिनियम रोकथाम कानून के तहत लालू प्रसाद यादव के खिलाफ पटना के विजिलेंस थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. इसमें उन्होंने एक लोक सेवक को मंत्री पद के रूप में रिश्वत देने का आरोप लगाया है.’

इससे पहले बीजेपी नेता अनुरंजन अशोक ने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट (Jharkhand High Court) में पीआईएल (PIL) दाखिल की है. प्रार्थी के अधिवक्ता राजीव कुमार ने बताया की बीजेपी नेता अनुरंजन अशोक ने लालू यादव के खिलाफ जेल मैन्युअल के उल्लंघन को लेकर जनहित याचिका झारखंड हाईकोर्ट में दाखिल की है.

लालू यादव को झटका! ललन पासवान ने वायरल आडियो मामले में दर्ज कराई FIR

वहीं, ऑडियो वायरल होने के बाद जेल प्रबंधन की बड़ी कार्रवाई की है. लालू को रिम्स निदेशक आवास से पेइंग वार्ड शिफ्ट किया गया है. जेल सुपरिटेंडेंट की निगरानी में लालू को शिफ्ट किया गया है. साथ ही रिम्स के पेइंग वार्ड की सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई गई है. लालू प्रसाद यादव को कार्डियक एंबुलेंस से पेइंग वार्ड लाया गया है.

FIR में क्या आरोप लगाया है

ललन कुमार ने कहा, ‘आपको यह लिखित सूचना दे रहा हूं कि 24 नंवबर शाम 6.19 बजे, मेरे मोबाइल – 9771710340 पर 8051216302 से एक टेलीफोन आया. फोन उठाने पर दूसरी तरफ से बताया गया कि मैं लालू प्रसाद यादव बोल रहा हूं, तब मैंने समझा की शायद चुनाव जीतने के कारण वो मुझे बधाई देने के लिए फोन किए हैं, इसी लिए मैंने उनको कहा, आपको चरण स्पर्ष. उसके बाद उन्होंने मुझे कहा कि वो मुझे आगे बढ़ाएंगे और मुझे मंत्री पद दिलवाएंगे, इसीलिये 25 नवंबर को बिहार विधान सभा अध्यक्ष की चुनाव में मैं अनुपस्थित होकर अपना वोट नहीं दूं.’

उन्होंने यह भी बताया की इस तरह से वो 25 तारीख को NDA की सरकार गिरा देंगें. इसपर मैंने उन्हें कहा कि मैं पार्टी का सदस्य हूं, ऐसे करना मेरे लिए गलत होगा, उसपर उन्होंने मुझे पुनः प्रलोभन दिया और कहा कि आप सदन से गैरहाजिर हो जाइए और कह दीजिये कि कोरोना हो गया है बाकि हम देख लेंगें.

इस तरह लालू प्रसाद यादव जो कि राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं एवं रांची में चारा घोटाला केस में सजायाफ्ता हैं, उन्होंने जानबूझ कर सोची समझी साजिश के तहत मुझे राजनीति में आगे बढ़ाने एवं मंत्री बनाने का लालच देकर मुझे विधायक जो एक जन सेवक (पब्लिक सर्वेंट) होता है, उसका वोट खरीदने एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी की सरकार को गिराने के लिए जेल के अंदर से फोन लगाकर मुझसे मोबाइल फोन पर सम्पर्क किया एवं मेरा वोट अपने एवं अपनी पार्टी के महागठबंधन के पक्ष में लेने की कोशिश की एवं मुझसे भ्रष्टा आचरण कराने का प्रयास किया.

अतः लालू प्रसाद यादव के विरुद्ध भारतीय दंड विधान एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए.

Source : Zee News

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