गुवाहाटी. लॉकडाउन (Lockdown) के कारण असम (Assam) में आगामी त्योहार ‘बोहाग’ या ‘रंगोली बिहू’ सामूहिक रूप से नहीं मनाने का प्रशासन ने निर्देश दिया है. यह त्योहार असम में नए साल के अवसर पर मनाया जाता है. असम पुलिस ने परामर्श जारी किया है और एक संगीतमय वीडियो के माध्यम से लोगों से राज्य के इस महत्वपूर्ण त्योहार के जश्न के लिए एकत्रित नही होने की अपील की है.

पुलिस ने खास अंदाज में पारंपरिक नृत्‍य के माध्‍यम से लोगों से एकत्रित न होने की अपील की.

पुलिस महानिदेशक ने कहा- किसी भी जमावड़े पर रोक है

पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने कहा कि बिहू के संबंध में जो परामर्श जारी किए गए हैं उनमें किसी भी जमावड़े पर रोक है. सामुदायिक बिहू उत्सव की शुरुआत पड़ोस के मैदानों में समिति सदस्यों द्वारा स्थानीय लोगों की मौजूदगी में झंडे लगाकर की जाती है.

महंत ने कहा कि उन्होंने बिहू समुदायों से अपील की है कि वह झंडे लगाने वाले कार्यक्रम में अधिक से अधिक पांच लोगों को ही शामिल करें और कार्यक्रम सिर्फ 30 मिनट तक ही हो. उन्होंने कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले लोगों से सामुदायिक दूरी बनाने की अपील की. इस संबंध में जो संगीतमय वीडियो पुलिस ने बनाया है उसमें पुलिसकर्मी बिहू की धुन पर नाचते हुए दिख रहे हैं. इस गाने में कोरोना के प्रति जागरूकता फैलायी गयी है.

असम में कोविड- 19 का एक और नया मामला, कुल संख्या 31

असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि असम में एक और व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद राज्य में इससे संक्रमित लोगों की संख्या मंगलवार को 31 हो गई. यह व्यक्ति दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल लोगों के संपर्क में आया था.

उन्होंने बताया कि यह नया मामला गोआलपाड़ा जिले में सामने आया है. इसकी पुष्टि सोमवार रात को हुई. विस्तृत जानकारी मिलना अभी बाकी है. गोआलपाड़ा जिले में सामने आया यह चौथा मामला है. बाकी तीन लोग दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. उन्होंने बताया कि राज्य के 31 में से संक्रमित 30 लोग उस कार्यक्रम से जुड़े हैं.

Input : News18

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