जिले के लोग कोरोना जांच कराने केंद्र पर नहीं पहुंच रहे हैं। आलम यह है कि स्वास्थ्य विभाग ने जो लक्ष्य तय किया है, वह भी पूर नहीं हो रहा। इससे अधिकारी चिंतित हैं। अधिकारियों की मानें तो कोरोना जांच घटने की वजह लॉकडाउन है। इससे लोग बाहर नहीं निकल रहे। पुलिस भी उन्हें रोककर चालान काट रही है। वह बताते भी हैैं कि जांच काे जा रहे हैं, फिर भी उन्हें घर भेजा जा रहा है। हालांकि, जांच बढ़ाने के लिए जिला यक्ष्मा केंद्र के वरीय पर्यवेक्षक मनोज कुमार को को-ऑर्डिनेटर बनाया गया है। कुछ लाेगाें की शिकायत है कि जांच के लिए घर से निकलने पर पुलिस रोक रही है। कोरोना जांच के नोडल अधिकारी डॉ. अमिताभ सिन्हा ने बताया, जांच में गिरावट आई है। अब प्रतिदिन 1000 आरटीपीसीआर टेस्ट हो रहे हैैं। वहीं, शहरी क्षेत्र के 6 केंद्रों पर एक हजार एंटीजन किट से जांच हो रही थी, जो 600 पर पहुंच गई है।
लक्ष्य के आधा भी टीकाकरण केन्द्रों पर नहीं पहुंच रहे लोग
स्वास्थ्य विभाग काे शहरी क्षेत्र में प्रतिदिन 1000 एंटीजन किट व 1600 आरटीपीसीआर जांच करनी है। बैरिया बस पड़ाव, सरकारी बस पड़ाव व सदर अस्पताल के केंद्र पर लोग जांच कराने आ रहे हैं। सुबह 10 बजे तक लोग जांच के लिए आ रहे हैं, लेकिन दोपहर के बाद यह संख्या कम है। सिकंदरपुर स्टेडियम में बने विशेष कोरोना जांच केंद्र में काफी कम लोग पहुंच रहे हैं। पहले यहां 100 लोग प्रतिदिन आते थे। अब 20-25 आते हैं। ग्रामीण इलाकों में पीएचसी केंद्र को हर दिन 300 लोगों की जांच करनी है, 100-150 लाेग ही जांच काे आ रहे हैं।
कोरोना वैक्सीन लगाए बगैर ही दिया जा रहा सर्टिफिकेट
जिले के कई वैक्सीनेशन सेंटरों पर लोगों को बिना टीका दिए ही टीका लगवा लेने का सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। बुधवार को मड़वन टीकाकरण केंद्र पर टीका लेने के लिए गए लहलादपुर पताही निवासी 29 वर्षीय कुंदन कुमार को स्वास्थ्य कर्मियों ने टीका नहीं लगाया। लेकिन, शाम 4 बजे मोबाइल पर मैसेज आया कि आपको सफलतापूर्वक कोविड की पहला डोज दे दी गई है।
कुंदन ने बताया कि उनका स्लॉट बुक हुआ था। टीका के लिए केंद्र पर पहुंचे तो पहले कोरोना टेस्ट किया गया। रिपोर्ट निगेटिव आई। जिसके बाद लाइन में लग गया। बारी आने पर स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि आपका वैरिफिकेशन नहीं हुआ है। इसलिए टीका नहीं लगेगा। डॉक्यूमेंट भी दिखाया, लेकिन टीका नहीं दिया गया। लेकिन, शाम 4 बजे मोबाइल पर मैसेज आया कि आपको सफलतापूर्वक कोविड का पहला टीका लगा दिया गया है। सफलतापूर्व वैक्सीन लगवा लेने का सर्टिफिकेट भी उन्हें मिल गया।
सीएस बोले-लिखित शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी
इधर, सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। यदि लिखित शिकायत मिलती है, दोषी कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी।
Input: dainik bhaskar