मणिपुर पुलिस (Manipur Police) ने लॉकडाउन नियमों के उल्लंघन (Lockdown Rules Violation) के लिए एक महिला आईपीएस अधिकारी को हिरासत में ले लिया था. पश्चिमी इंफाल की पुलिस ने बीते मंगलवार को इस बारे में बताया है कि महिला आईपीएस अधिकारी थोनाउजम बृंदा (Thonaujam Brinda) और दो अन्य को लॉकडाउन के नियम तोड़ने के लिए तात्कालिक तौर पर हिरासत में लिया गया था. स्क्रॉल में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि बृंदा ने हाल में मणिपुर के सीएम पर भी आरोप लगाए थे. वो हाल फिलहाल में सरकार की आलोचना की वजह से सुर्खियों में रही हैं.
बीजेपी के पूर्व पदाधिकारी से संबंधित था मामला
गौरतलब है कि बृंदा ने आरोप लगाया था कि एक पूर्व बीजेपी पदाधिकारी के खिलाफ जांच में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने दखल दिया था. दरअसल उस पूर्व बीजेपी पदाधिकारी पर स्मगलिंग से संबंधित गंभीर आरोप थे. बृंदा ने ये आरोप एफिडेविट के जरिए कोर्ट में लगाए हैं. बाद में बृंदा पर कोर्ट की अवमानना का मामला भी चल रहा है. दरअसल बीजेपी के पूर्व पदाधिकारी को स्पेशल कोर्ट से जमानत दिए जाने के फैसले पर बृंदा ने फेसबुक पोस्ट लिखी थी. जिस पर कोर्ट ने संज्ञान लिया था.
कोर्ट की अवमानना का मामला
बृंदा पर कोर्ट रूम में जज की तरफ आपत्तिजनक इशारे करने का भी आरोप है. हालांकि बृंदा ने एफिडेविट में इस आरोप से इनकार किया है. अब उन्हें हिरासत में लिए जाने का मामला गर्म हो गया है. इंफाल के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस के. जयंत ने बताया है कि पुलिस बृंदा पर निगाह नहीं रख रही है और उन्हें निशाना बनाए जाने का कोई भी इरादा नहीं है.
Input : News18