कोरोना से बचाव को सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन ने महिलाओं के दैनिक कार्य को काफी प्रभावित किया है। आम दिनों में जहां उन्हें कुछ आराम मिल जाता था। वहीं इन दिनों जिम्मेदारी बढऩे से आराम का समय भी नहीं मिल पा रहा है।
सुबह जल्दी जगने के साथ ही शुरू हो जाती है सबकी जरूरतों को पूरा करने की भाग-दौड़। इसमें उन्हें न अपने खाने की फिक्र न आराम की। सबकी जरूरत पूरी होने के बाद ही खुद की फिक्र।
पति, बच्चे जब घर पर हों तो किचन का मैन्यू भी बदल जाता है। कभी पति की फरमाइश पूरी करनी पड़ती तो कभी बच्चों की पसंद की डिश बनानी पड़ती। घर की साफ-सफाई का रूटीन भी बदल गया। पहले जहां एक बार सफाई से काम चल जाता था। वहीं अब दिन में तीन से चार बार सफाई व पोछा करना पड़ रहा है।