आज वसंत पंचमी पर्व मनाया जा रहा है। इस पर्व पर तिथि, वार और ग्रह-नक्षत्रों से मिलकर 8 शुभ योग बन रहे हैं। इनके अलावा सरस्वती योग भी बन रहा है इसमें देवी शारदा की पूजा करना विशेष शुभ रहेगा। इस पर्व पर बन रहे शुभ संयोग में देवी सरस्वती की पूजा करना शुभ रहेगा वहीं खरीदी, स्कूल, कोचिंग क्लास, नई दुकान और शोरूम की शुरूआत पर पूजा और मांगलिक काम भी किए जा सकते हैं।

इस दिन सरस्वती पूजा के अलावा भगवान विष्णु और कामदेव की भी पूजा की जाती है। बसंत पंचमी का दिन नई विद्या, कला, संगीत आदि सीखने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। छोटे बच्चों की पढ़ाई भी इसी दिन से शुरू करवाई जाती है। इस दिन गृह प्रवेश या नए मकान बनाने का काम भी शुरू करते हैं। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक बसंत पंचमी को कामदेव पत्नी रति के साथ धरती पर आकर हर तरफ प्रेम का संचार करते हैं।

बसंत पंचमी 2021 मुहूर्त
आज पंचमी तिथि सुबह 4 बजे से शुरू हो रही है जो कि अगले दिन यानी 17 फरवरी को सुबह तकरीबन साढ़े 5 बजे तक रहेगी। ऐसे में वसंत पंचमी पर्व आज पूरे दिन मनाया जाएगा। देवी सरस्वती की पूजा के साथ ही हर तरह के शुभ और मांगलिक कामों के लिए आज सूर्योदय से सूर्यास्त तक का समय मिलेगा। इसके लिए किसी भी तरह का लग्न या चौघड़िया मुहूर्त देखने की जरूरत नहीं है। क्योंकि ये पर्व अपने आप में अबूझ मुहूर्त है।

सरस्वती योग: विद्याअध्ययन और पूजा के लिए शुभ
आज मकर राशि में बुध, गुरु और शुक्र की युति से सरस्वती योग बन रहा है। जो कि सुबह 9:45 से 11:15 तक और दोपहर 3:10 से शाम 4:40 तक रहेगा। आज 90-90 मिनट के इन 2 मुहूर्त में विद्यारंभ संस्कार और देवी सरस्वती की पूजा करने से विशेष शुभ फल मिलेगा।

सरस्वती पूजा में पीले फूल और मिठाई
आज नहाने के बाद पीले या सफेद रंग के कपड़े पहनने चाहिए। इसके बाद श्रद्धा के मुताबिक जो भी चीजें उपलब्ध हो उनसे देवी सरस्वती की पूजा करनी चाहिए। इस दौरान देवी को केसर की बिंदी लगाएं। पीले रंग के फूल और मिठाई जरूर चढ़ानी चाहिए। केसर वाली खीर का भोग भी लगाया जा सकता है। खुद केसर या पीले चंदन का टीका लगाएं और पीले कपड़े पहनें।

वसंत पंचमी पर क्या करें और क्या नहीं

देवी सरस्वती ज्ञान, गायन- वादन और बुद्धि की अधिष्ठाता हैं। इस दिन छात्रों को पुस्तक और गुरु के साथ और कलाकारों को अपने वादन के साथ इनकी पूजा जरूर करनी चाहिए।
नया काम करना शुभ होता है। इसलिए नींव पूजन, व्हीकल खरीदना, नया बिजनेस शुरू करना और मांगलिक काम किए जाते है।

पढ़ाई शुरू करने के लिए वसंत पंचमी का दिन खास माना जाता है। इसलिए इस दिन बच्चों का विद्यारंभ संस्कार करवाना चाहिए।

अगर बच्चा 6 महीने का हो चुका है तो अन्नप्राशन संस्कार यानी पहली बार अन्न इसी दिन खिलाना चाहिए।

विद्या और ज्ञान बढ़ाने के लिए इस दिन गरीब बच्चों को किताबें-कॉपियां, कलम और पढ़ाई के लिए जरूरी चीजें बांटनी चाहिए।

गुरु और माता-पिता का अपमान ना करें। झूठ से बचें और बातचीत में गंदे भाषा का इस्तेमाल न करें।

Source : Dainik Bhaskar

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