दुनियाभर में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है। रोजाना हजारों लोग इस वायरस की वजह से अपनी जान गवां रहे हैं। ताजे आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 2.5 करोड़ से अधिक लोग कोरोना संक्रमित हो चुके है। वहीं 8.4 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि रूस ने कोरोना वैक्सीन बना लिया लेकिन इसे बाजार में आमजन तक पहुंचने में कई महीने लग सकते हैं।

Doctors relieved as healthcare workers allowed to resume working across clinics, hospitals from July 17 - TODAYonline

इसके बीच रूस ने वायरस (Corona vaccine) के मौजूदगी का पता लगाने वाले डिवाइस बना लिया है। ये डिवाइस हवा में ही कोरोना वायरस को पहचान लेगा। रूस ने दावा किया है कि ये उपकरण (equipment) हवा में ही बैक्टीरिया, विषाक्त पदार्थों और वायरस से होने वाली बीमारी का पता लगा सकता है। इस अनोखे डिवाइस को रूस की KMJ Factory ने Defense ministry और कोरोना वैक्सीन बनाने वाली Gamalaya Institute ने मिलकर बनाया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जेनिथ कैमरा (Zenit Cameras) बनाने वाली रूसी कंपनी KMZ ने इस डिवाइस को डेवलप किया है। ये डिवाइस फ्रिज की तरह दिखाई देता है। यह उपकरण कोरोना के वायरस की भी पहचान कर सकता है और हवाई रोगजनकों का पता लगाने के साथ ही यह विशेष उपकरण कुछ सेकेंड के भीतर संभावित खतरे की सूचना देता है।

बता दें कि रूस अबतक कोरोना (Corona) की दो वैक्सीन बनाने की दावा कर चुका है। (President Vladimir Putin) ने खुद दोनों कोरोना वायरस वैक्सीन को बहुत बढ़िया बताया है। पहली वैक्सीन का नाम ‘Sputnik-V’ है और दूसरी वैक्सीन ‘Epivacorona’ के नाम से विकसित की गई है।

Source : Patrika

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