वैशाली। कोरोना काल में हर एक हाथ ने दूसरे की सहायता किसी न किसी रुप में की है। चाहे वह आम लोग हों या स्वास्थ्यकर्मी, पर कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके सहायता के तरीकों ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। ऐसी ही एक महिला कोरोना योद्धा हैं बिदुपुर ब्लॉक की केयर बीएम सुमन कुमारी। जिन्होंने अपने दिन भर के काम के बाद के समयों को इस्तेमाल करते हुए मास्क का निर्माण किया और स्वास्थ्यकर्मियों के बीच बांटा। जिस समय सुमन ने मास्क का वितरण किया वह ऐसा समय था जब बाजारों में मास्क की उपलब्धता न के बराबर थी। यह काम इनके अपने काम के समर्पण के बीच स्वास्थ्यकर्मियों के प्रति हृदयात्मक लगाव को भी दर्शाता है। सुमन बताती हैं, मार्च में जब लॉकडाउन हुआ उसके बाद बाजार में मास्क की उपलब्धता न के बराबर थी। उसमें भी वह जिस प्रखंड में हैं वहां इस तरह का बाजार भी नहीं है कि पहले से कोई दुकानदार मास्क रखता हो। ऐसे में उन्होंने महसूस किया कि हमारे उन स्वास्थ्यकर्मी और पुलिस के वह जवान जो अपना जान जोखिम में डाल कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं और बिना किसी सुरक्षा के सड़कों पर लॉकडाउन को सफल बनाने में जुटे हैं क्यों न उनकी सेवा की जाय। इस बात को जब उन्होंने अपने डीटीएल सुमित कुमार से कहा तो उन्होंने सुमन को काफी बढ़ावा दिया।
खुद के पैसों से बना डाला 500 से अधिक मास्क
सुमन कहती हैं कि बाजार में मास्क के कपड़ों के लिए ज्यादा पसंद तो उपलब्ध नहीं थे तो उन्होंने सर्जिकल मास्क से मिलते जुलते कपड़ों के झोले के बंडल खरीदे और खुद के घर पर सिलाई मशीन पर बैठ गई। उन्होंने लगभग 500 से अधिक मास्क बनाए होगें। सभी मास्क को 10 के पैकेट में मैंने एक लिफाफे में पैक किया और अस्पताल की एएनएम, डॉक्टर से लेकर थाने और सड़कों पर गश्त कर रही पुलिस को भी मास्क के पैकेट दिए। मास्क लेने के बाद लोगों के चेहरों पर जो खुशी थी वह सुमन के अंदर यह संतोष दे रही थी कि अब ये काफी हद तक कोरोना से सुरक्षित हैं।
स्वास्थ्य के अन्य मुद्दों में भी किया है बेहतरीन काम
कोरोना के समय में संक्रमितों के चेन को ढूंढना, प्रवासियों के सैंपल कलेक्शन, समाज में हाथा धोने, मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंस के पालन जैसी जिम्मेवारियों के बावजूद सुमन स्वास्थ्य के दूसरे महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों में भी उतनी ही तन्मयता के साथ लगी थी जितनी कोरोना को अपने क्षेत्र में परास्त करने में। एक स्त्री होने के नाते सुमन पर और भी जिम्मेवारियां तो हैं ही पर अपने काम को उन्होंने इससे कभी प्रभावित नहीं होने दिया। बिदुपुर प्रखंड के बाजितपुर, मथुरा, पानापुर के वैसे नवजात जिनका औसत वजन जन्म के समय कम था। उनकी घर नियमित तौर पर जाकर सही सलाह देती थी। इसके साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के फैसीलिटी में भी उनकी उतनी ही हिस्सेदारी रहती थी। जितना उनका कर्तव्य था। सुमन कहती हैं कि अपने कार्यक्षेत्र को वह हमेशा स्वस्थ्य और यहां की माताओं और बच्चों को आजीवन मुस्कुराता और खिलखिलाता देखना चाहती हूं।
कोविड-19 से बचाव के लिए इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान:
• मास्क का प्रयोग अवश्य करें
• हाथों को बार-बार पानी और साबुन से धोएं या सैनिटाइज करें
• सहयोगियों से परस्पर दूरी बनाकर रखें
• आगंतुकों से मिलते समय भी परस्पर दूरी रखें और बाचतीत के दौरान भी मास्क का प्रयोग आवश्यक है
• कार्य के दौरान अति आवश्यक वस्तु को ही छुए
• सहकर्मियों से बात करें, अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें