लॉकडाउन की घोषणा से पहले शराब की दुकानों के सामने लगी लंबी-लंबी लाइनें याद हैं? इतना ही नहीं, लॉकडाउन के बाद जब वाइन शॉप्स खुलीं तब भी कतारों में लोग शराब की एक बोतल के लिए एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते हुए नजर आ रहे थे. इतना ही नहीं ‘ड्राई डे’ से पहले भी शराब की दुकानों पर जमकर भीड़ होती है. पर सोशल मीडिया पर इन दिनों एक अलग ही नजारा देखने को मिला. जी हां, कोलकाता की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसे देखकर पता चलता है कि कतारें सिर्फ शराब के लिए नहीं बल्कि किताबों के भी लग सकती हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर में कोलकाता के एक प्रकाशक की दुकान के सामने लोग लंबी लाइन में खड़े नजर आए. इस फोटो को ट्विटर पर @diptakirti नाम की यूजर ने शेयर किया. उन्होंने इसके कैप्शन में लिखा, ‘यह तस्वीर कोलकाता की है. जहां एक प्रकाशक की दुकान के सामने लोग कतार में खड़े नजर आए.’ उन्होंने आगे लिखा, ‘हर शहर शराब के लिए लाइन लगाता है. सिर्फ कोलकाता में किताबों के लिए लाइन लगती है.’
Photo of the queue in front of a publisher's store in Kolkata.
Every city lines up for booze. Only Kolkata lines up for books. pic.twitter.com/aSqJgMASCa
— Diptakirti (@diptakirti) August 11, 2021
जिसके बाद उन्होंने बताया कि यह तस्वीर कोलकाता के Dey’s पब्लिशिंग शॉप की है, जिसके सामने बहुत से लोग किताबें खरीदने के लिए लाइन में खड़े हैं. दरअसल, प्रकाशक ने 11 से 15 अगस्त तक अपने इन-स्टोर कैटलॉग पर 50 प्रतिशत की छूट रखी है, जिसे उन्होंने ‘स्वतंत्रता दिवस बुक बाजार’ नाम दिया है. जिसकी वजह से लोगों की भीड़ किताबें खरीदने के लिए उमड़ी है.
Details of the offer: Dey's Publishing offered a 50% discount on their in-store catalogue from 11th-15th August, calling it "Independence Day Book Bazaar".https://t.co/V7zOUyJ3c0
— Diptakirti (@diptakirti) August 11, 2021
सोशल मीडिया यूजर्स इस तस्वीर को हाथों हाथ लिया. लोग कोलकाता वालों की खूब प्रशंसा कर रहे हैं. हालांकि, कई लोगों ने सवाल उठाए कि ऑनलाइन किताब मंगवाने की जगह लोग कोरोना काल में लंबी लाइन में क्यों खड़े हुए. लोग ना सिर्फ इस फोटो को एक दूसरे से शेयर कर रहे हैं बल्कि इस पर तरह-तरह के कमेंट और रिएक्शन भी दे रहे हैं.
इस शहर की अच्छी बात-
That is one of the thing which I really like about this city and obviously the grand book fair !!!!!
— अभिजीत करकरे (@abhijeetkarkare) August 12, 2021
पहले यहां दोस्त बनते थे-
Before the smartphones, every such queue was an opportunity to make friends with the person in the front and back. We are shrunk into our own worlds after the devices made us smarter.
— Sam (@chummathiri) August 11, 2021
Source : TV9