शहर में सड़कों के ऊपर से बिजली के तारों का जंजाल हटेगा। शहर के करीब दस किलोमीटर में तारों को अंडरग्राउंड किया जाएगा। बैरिया गोलंबर से मिठनपुरा चौक तक सड़कों के ऊपर से तारों के साथ पोल व ट्रांसफॉर्मर भी हटाए जाएंगे। इसकी कार्ययोजना लगभग बन गई है। एनबीपीडीसीएल (नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड ) ने बुडको के साथ इसकी कार्ययोजना तैयार की है।
स्मार्ट सिटी के तहत सड़कों के चौड़ीकरण के साथ बिजली तारों को अंडरग्राउंड किया जाना है। 30 करोड़ से अधिक का प्रस्ताव तैयार हुआ है।
पहले चरण में शहर के मुख्य मार्गों से गुजरे तारों को जमीन के भीतर किया जाएगा। इसके बाद अन्य इलाकों की योजना पर काम होगी। प्रस्ताव के अनुसार बैरिया, लक्ष्मी चौक, ब्रह्मपुरा, स्टेशन रोड, सरैयागंज टावर, मोतीझील, कल्याणी, पानी टंकी चौक होते हुए मिठनपुरा चौक तक बिजली के तारों को अंडरग्राउंड किया जाएगा। इन इलाकों के तमाम ट्रांसफॉर्मरों के लिए सड़क के किनारे जंक्शन तैयार किया जाएगा। इन्हीं जगहों से तार निकलेगा और बिजली सप्लाई दी जाएगी। इन ट्रांसफॉर्मरों को पूरी तरह कवर किया जाएगा। बिजली विभाग के इंजीनियर ने कहा है कि सड़क के नीचे बिजली के
तार नालों से तीन फीट की दूरी पर होंगे। यह भी पूरी तरह कवर होगा। बताया जा रहा है कि सड़क किनारे बिजली पोल होने के कारण भी जाम की स्थिति बनी रहती है।कई जगहों पर तो पोल के बाद
तीन-तीन फीट तक जगह खाली रह जाती है। इस कारण खतरा भी बना रहता है। एनबीपीडीसीएल के कार्यपालक अभियंता राजू कुमार ने बताया कि बुडको की ओर से प्रस्ताव मांगा गया था।
प्रस्ताव दिया गया है। काम भी बुडको को करना है।
Input : Hindustan
हो रहा केबलिंग का काम
आईपीडीएस योजना के तहत शहर में केबलिंग का काम चल रहा है | खुले एलुमिनियम के तार के बदले कवर वायर लगाया जा रहा है। साथ ही ट्रांसफॉर्मरों की क्षमता भी बढ़ाई जा रही है। ढाई सौ करोड़ की इस योजना पर पिछले चार महीने से काम चल रहा है।