शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर धरल्ले से गैस रिफिलिंग का अवैध कारोबार चल रहा है। घरेलू गैस सिलेंडर से दूसरे छोटे सिलेंडरों में मांग के अनुसार ग्राहकों को गैस दिया जाता है। ग्राहक ज्यादातर एक किलो या इससे अधिक मात्रा में गैस छोटे सिलेंडर में रिफिलिंग कराते है। रिफलिंग के दौरान आसपास व सड़क से आने-जाने वाले लोग दुर्गंध से नाक बंदकर लेते हैं। लोगों को रिसाव से बड़ी अनहोनी की आशंका सताती रहती है।
जिस चौक-चौराहे पर सड़क किनारे छोटे गैस सिलेंडर रखा दिखे, तो इससे स्पष्ट हो जाता है कि यहां गैस रिफलिंग की जाती है। इनमें कलमबाग चौक, आमगोला, ब्रह्मपुरा समेत शहर के अधिकांश मोहल्ले शामिल है। ब्रह्मपुरा के एक कारोबारी ने बताया कि 80 रुपये प्रति किलो की दर से गैस रिफिलिंग की जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी धरल्ले से यह कारोबार फल-फूल रहा है। इनमें कुढ़नी, मनियारी, सोनबरसा, मरीचा, केरमा, पदमौल, माधोपुर, तुर्की समेत दर्जनों जगहों पर गैस रिफलिंग होता है। इसकी खोज-खबर लेना ना पुलिस और नाहीं प्रशासन उचित समझती है। आसपास के लोग भगवान भरोसे रह रहे हैं, उन्हें खतरे का भय सताता रहता है।
गांवों में हर चौक पर बिक रहा पेट्रोल-डीजल
गांवों में हर चौक पर छोटी-बड़ी दुकानों में पेट्रोल-डीजल की खुली बिक्री की जा रही है। दुकानदार खुले आसमान के नीचे बोतल व गैलन में पेट्रोल-डीजल रख कर बेचते हैं। इन जगहों पर सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं होने से लोगों में भय बना रहता है। इस पर भी पुलिस प्रशासन व संबंधित अधिकारी का कोई ध्यान नहीं जाता है।
शहर हो या गांव घरेलू गैस रिफिलिंग करना अवैध है। पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी। जिस कंपनी का सिलेंडर मिलेगा वहां के संबधित एजेंसी पर भी कार्रवाई की जाएगी।
Input : Live Hindustan