किसान शंकर पटेल अपने खर्च से पुलवामा के शहीदों के परिजनों को 5 मई को पितृ तर्पण कराने हरिद्वार लेकर जाएंगे। हरिद्वार जाने-आने और रहने-खाने का पूरा खर्च वे उठाएंगे। इसके लिए शंकर सीआरपीएफ के 40 जवानों के परिजनों से संपर्क कर रहे हैं। इन शहीदों के परिजन 16 राज्यों में रहते हैं। शंकर का कहना है कि इन शहीदों के गृह नगर के जिला कलेक्टर से मेरी बातचीत चल रही है।
श्रद्धालुओं के रहने-खाने की व्यवस्था भी करेंगे
शंकर पटेल हरिद्वार में 7 से 13 मई तक श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ भी करा रहे हैं। इसके लिए वे भागवत सप्ताह में भाग लेने के लिए सूरत शहर और जिले से 1200 से अधिक श्रद्धालुओं को भी हरिद्वार ले जाएंगे। इनमें से अगर कोई श्रद्धालु पिंडदान करना चाहता है तो उसका भी पूरा खर्च शंकर देंगे।
एक करोड़ से अधिक खर्च का अनुमान
दो कमरों के सामान्य घर में रहने वाले किसान शंकर पटेल के अनुसार, शहीदों के परिजनों को हरिद्वार ले आने-जाने, तर्पण व्यवस्था कराने और भागवत सप्ताह कार्यक्रम के आयोजन पर लगभग एक करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। शंकर मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले हैं।
Input : Dainik Bhaskar
शंकर पटेल कहते हैं, “मैं किसान हूं, जमीन का आदमी हूं, इसलिए गरीब लोगों की मदद करने में विश्वास करता हूं। गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को धार्मिक यात्रा करवाने से मन को सुकून और शांति मिलती है।”