बिहार के मुज़फ्फरपुर जिले के पुरानी बाजार इलाके में प्रधानमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना, स्वच्छ भारत अभियान की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है. स्थानीय जनप्रतिनिधि यथा वार्ड पार्षद, विद्यायक, सांसद और आयुक्त की उदासीनता के कारण इलाके के स्थायी लोग तमाम तरीके के परेशानियों का सामना करने को विवश है.
इस इलाके में स्वच्छता के तमाम दावे के विपरीत खस्ताहाली का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह क्षेत्र एक अदद शौचालय की कमी से जूझ रहा है. जिसका खामियाजा क्षेत्र के दुकानदार सहित राहगीरों को उठाना पर रहा है. पूरे इलाके में स्वच्छता के नाम पर नगर परिषद् सहित तमाम जनप्रतिनधियों को ट्रैक रिकॉर्ड जीरो है. इलाके में गंदगी का अम्बर लगा रहता है. जिससे लोगो का जीना मुहाल हो गया है.
पुरानी बाजार इलाके के स्थानीय निवासी प्रशांत बताते है कि सावन के महीने जब काँवरिया जल चढ़ाने आते है तो मूत्रालय ओर शौचालय के आभाव में यत्र-तत्र कही भी स्वक्ष भारत अभियान का उपहास उड़ाने में कोई कसर नही छोड़ते, जिसके वजह से मोहल्ले वासियों का जीना दूभर हो गया है.
इन समस्याओं पर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की उदासनीता के हालात को बयां करते हुए प्रशांत कहते है कि आखिर किस मुँह से इस क्षेत्र में नेता वोट मांगने आयेंगे, जो हमारे मुलभुत समस्याओं को भी दूर करने में विफल है. वो चाहे तो इस समस्या को तत्काल प्रभाव से दूर किया जा सकता है लेकिन बावजूद इसके हम सबके परेशानियों को नजरअंदाज किया जा रहा है.