रंगदारी के लिए अपराधियों की फायरिंग के बाद बंद हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फोर लेन का काम सोमवार को शुरू हो गया। रावत कंस्ट्रक्शन कंपनी पर्याप्त सुरक्षा की मांग कर रही थी। पुलिस ने 8 जवानों की तैनाती की थी। इसमें कंपनी के डायरेक्टर को एक बाडीगार्ड भी दिया था। हालांकि, 8 पुलिस कर्मियों की तैनाती को कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रशासकीय अधिकारी धानी सिंह ने पर्याप्त नहीं बताया था।
अपराधियों के खौफ से मजदूर काम करने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे। डीएम की समीक्षा बैठक में सोमवार को सुरक्षा का मुद्दा उठाया गया। इसके बाद आनन-फानन में 4 और पुलिस कर्मियाें की तैनाती की गई। एएसपी सैयद इमरान मसूद भी मधौल स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी के बेस कैंप पर पहुंचे। सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद काम शुरू हुअा। एएसपी ने बताया, अब कंपनी के बेस कैंप पर 12 सुरक्षा कर्मियाें तैनात किया गया है। हर दिन तुर्की व सदर थाने का गश्ती दल पहुंचेगा।
कंपनी के अधिकारियों से भी बात की गई है। एएसपी ने बताया कि सड़क का निर्माण शुरू हो गया है। इधर, अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए सर्विलांस सेल व एस आईटी के अधिकारी की संयुक्त टीम वैज्ञानिक तरीके से जांच में जुटी है। संदिग्ध के रूप में चिह्नित किए गए आधा दर्जन हिस्ट्री शीटर बदमाशों के घर पर छापेमारी भी की गई है।