कोरोना जांच के लिए रैपिड एंटीजन किट, पीपीई, नेबुलाइजर और काेराेना से सुरक्षा के अन्य उपस्कराें का बड़े पैमाने पर सदर अस्पताल से गाेरखधंधा किए जाने का खुलासा हुआ है। सरकारी सप्लाई की इन सामग्रियाें काे सदर अस्प्ताल से निजी जांच घर और नर्सिंग हाेम काे बेचा जा रहा था। सकरा थानेदार सह प्रशिक्षु डीएसपी सतीश सुमन ने बताया कि इस मामले में सदर अस्पताल के लैब टेक्नीशियन लव कुमार, दीपक कुमार, आनंद मुकेश, सकरा रेफरल अस्पताल के लैब टेक्नीशियन अवधेश कुमार तथा सदर अस्पताल के एम्बुलेंस चालक बलिगांव थाने के मिथिलेश कुमार काे गिरफ्तार किया गया है।

दूसरी ओर सदर अस्पताल के हेल्थ मैनेजर प्रवीण कुमार पुलिस के सामने नहीं आए। सुबह में ही उन्हें हाजिर हाेने काे कहा गया था। अब उनका माेबाइल भी बंद है। लैब टेक्नीशियनाें से पूछताछ के बाद सदर अस्पताल के आधा दर्जन अन्य स्वास्थ्य कर्मी व अधिकारी जांच के दायरे में हैं। इस बीच, लैब टेक्नीशियन की गिरफ्तारी के बाद सदर अस्पताल ने काेराेना जांच के लिए नए सिरे से दूसरी टीम गठित कर दी है। मालूम हाे कि शनिवार की रात लव कुमार काे एंटीजन किट के साथ उसके ससुराल सकरा के सुस्ता गांव से दबाेचा गया था।

एम्बुलेंस पर लादकर ले जाते थे किट

एम्बुलेंस चालक सदर अस्पताल से एंटीजन किट व अन्य सामग्री एम्बुलेंस पर लादकर लैब टेक्नीशियन के घर पर पहुंचाता था। जहां से लैब टेक्नीशियन निजी जांच घर और नर्सिंग हाेम काे बेचते थे। एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि अब तक इसमें 4 हजार से अधिक एंटीजन जांच किट के अलावा बड़े पैमाने पर पीपीई किट, नेबुलाइजर, सेनेटाइजर, हैंड ग्लब्स आदि सामान जब्त किए गए। इन लाेगाें के तार ऑक्सीजन कालाबाजारी से भी जुड़ रहे हैं।

एंटीजन जांच किट के अलावा अन्य चिकित्सा सामग्रियाें का सदर अस्पताल से शुरू से ही बड़े पैमाने पर घाेटाला हाे रहा था। गिरफ्तार लाेगाें से पूछताछ में सदर अस्पताल के कई कर्मी व अधिकारी जांच के दायरे में हैं। रेमडेसिविर दवा का आवंटन भी मृत लाेगाें के नाम पर किए जाने का साक्षय मिला है।

-जयंत कांत, एसएसपी

Input: Dainik Bhaskar

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