सरकार कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर अंकुश की रणनीति बनाने में जुट गई है। इसके तहत उन लोगों की जांच पर जोर दिया जाएगा जो रोजाना सैकड़ों लोगों के संपर्क में आते हैं। इनमें दुकानदार, रेहड़ी-पटरी वाले, सब्जी विक्रेता शामिल हैं। दरअसल, अगस्त में संक्रमण के मामलों के साथ मौत के आंकड़ों ने भी सरकार की चिंता बढ़ा दी है।

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दो दिनों से 60 हजार से ऊपर मामले आ रहे हैं। मृत्यु दर अभी भी दो फीसदी से ऊपर है। केंद्र लगातार राज्यों के संपर्क में है और कैबिनेट सचिव एवं स्वास्थ्य सचिव राज्यों के साथ सारे बिंदुओं पर नजर रखे हुए हैं। जरूरी दिशानिर्देश देने के साथ राज्यों की मांग को भी पूरा किया जा रहा है।

बीते एक माह में कोरोना टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई गई है। महानगरों के साथ राज्यों में जिला स्तर पर ही इसे बढ़ाया गया है और इससे ज्यादा मामले सामने भी आ रहे हैं। लेकिन सरकार की चिंता मौतों के आंकड़ों को लेकर है जो फिलहाल कम होते नहीं दिख रहे हैं।

सरकार के मुताबिक, अनलॉक के दौरान बाजार, दफ्तर आदि का काम का पुराने ढर्रे पर लौटने के कारण लोगों की आवाजाही बढ़ी है और जरूरी एहतियात न बरतने के कारण भी संक्रमण का खतरा बढ़ा है। ऐसे में जो लोग रोजाना कई लोगों के संपर्क में आ रहे हैं, उनकी टेस्टिंग भी जरूरी है। राज्यों से कहा गया है कि दुकानदारों, सब्जी विक्रेता, रेहड़ी लगाने वालों की भी व्यापक जांच कराएं जो रोजाना कई लोगों के सीधे संपर्क में आ रहे हैं। इससे संक्रमण के फैलने पर अंकुश लगाया जा सकता है।

15 अगस्त को महामारी से जंग के नए संकेत दिए जाएंगे

सूत्रों के अनुसार, 15 अगस्त को प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस संबोधन में भी कोरोना को लेकर भावी लड़ाई के संकेत दिए जाएंगे। इसमें अभी तक किए गए उपायों से आगे की तैयारी की जाएगी। हालांकि सबसे ज्यादा जोर मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, बार बार हाथ धोने या सैनेटाइज करने पर ही रहेगा। इसके लिए जागरूकता अभियान के साथ प्रशासनिक सख्ती भी बढ़ाई जाएगी।

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