पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश सरकार गया जिले में 144 लगा दी है जबकि बालू के आवागमन पर रोक नहीं लगाया गया। राज्य के अस्पतालों में ट्रामा सेंटर, आईसीयू, ट्रेंड नर्स, दवाईयां, बेड, डॉक्टर नहीं है तो कैसे इलाज होगा? यह कोई एक दिन की बात नहीं है कि डॉक्टर और नर्स नहीं है। अगर इतने दिनों से नहीं है तो अबतक इसकी भर्ती सरकार क्यों नहीं हुई?
प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने का पैसा सरकार दे
पप्पू यादव ने कहा कि जब नेता आते हैं तो कुछ देर के लिए व्यवस्था सही कर दी जाती है उसके बाद फिर वही हालात रहती है। जब सरकार के पास डॉक्टर, नर्स, बेड, आईसीयू और दवाइयां नहीं है तो मरीजों को भगवान भरोसे नहीं छोड़ें। बीमार लोगों को प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने के लिए सरकार पैसे दे। एक मंत्री ने कहा, यह देव का प्रकोप है। इसपर पप्पू यादव ने कहा है कि पहले आप बचाने की कोशिश करेंगे कि भगवान भरोसे छोड़ देंगे। सरकार पर भड़कते हुए कहा कि पानी 300 फीट पार चला गया, पेड़-पौधे को काटे जा रहे हैं, नदियों से बालू का आवश्यकता से अधिक खनन हो रहा है। क्या ये सभी भी देव की देन है?
मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से म’रते बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले दस साल में हजार से ज्यादा 13 साल से कम उम्र का बच्चा म’र चुका है। इतने दिनों में वहां ट्रामा सेंटर, आईसीयू और रिसर्च सेंटर क्यों नहीं बना? अस्पतालों में डॉक्टर, नर्स, बेड, आईसीयू और दवाइयां क्यों नहीं है? आप राजनीति स्वार्थ के कारण एक अभिनंदन के लिए हा’य-तौबा मचा देते हैं। मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से सैकड़ों बच्चे म’र रहे हैं और आप वहीं बैठकर क्रिकेट का स्कोर पूछ रहे हैं।
हाय-तौबा तब मचेगी जब किसी गरीब और असहाय की नहीं बल्कि मा’फिया, एमपी, एमएलए के बच्चे म’रेंगे।
600 से ज्यादा लोग लू और चमकी बुखार के कारण म’र चुके है और आप कम करके दिखा रहे हैं। जानवरों से भी बदतर स्थिति में आदमी को रखे हुए हैं। सरकार को आज पूरी ताकत बिहार में लगा देना चाहिए। आप विदेश घुमते रहते हैं और कहते हैं कि हम दूसरा काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हाय-तौबा तब मचेगी जब किसी गरीब और असहाय की नहीं बल्कि मा’फिया, एमपी, एमएलए के बच्चे म’रेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की गलतियों की वजह से इतने लोगों की मौ’त हुई। सरकार ने इनलोगों का मा’रा है, इसलिए उसपर 302 के तहत म’र्डर का मु’कदमा चलना चाहिए।
Input : Live Bihar