सरस्वती पूजा काे महज एक दिन शेष है। इसे लेकर छात्रों में उत्साह का माहाैल है। एक तरफ कारीगर प्रतिमा काे अंतिम रूप देने में जुटे हैं ताे दूसरी ओर बाजार में पूजा सामग्री की दुकानाें पर लाेग खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं इस बार सजावट के लिए 4 तरह के मुकुट कलंगी, फैंसी व कलकतिया के साथ लोकल भी बाजार में उपलब्ध है। इसके अलावा सजावट के लिए गजला माला, मां माला, रेशम माला, खाेपा मुकुट, नागिन मुकुट, नग, नथिया, मांगटीका व फर समेत विभिन्न तरह की सजावट की सामग्री उपलब्ध है। पूजा के लिए गाजर, केसउर व बेर की खेप बाहर से व्यापारी मंगा रहे हैं। गाजर दिल्ली, अलीगढ़, केसउर बंगाल, मधुवन और बेर इलाहाबाद, कोलकाता व बनारस से मंगाई गई है।

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.