बिजली विभाग के अजब-गजब खेल सामने आ रहे हैैं। खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली कहावत की तर्ज पर बिजली विभाग ने एक उपभोक्ता पर कार्रवाई की है। बिजली समस्या को लेकर पूरे जिले की पड़ताल की गई तो कई ऐसे मामले सामने आए, जिससे उपभोक्ता काफी परेशान हैं। दैनिक जागरण द्वारा शुरू हैलो जागरण कार्यक्रम में बोचहां प्रखंड की दहिला पटसारा पंचायत के नोचा गांव निवासी योगेंद्र सिंह ने ऐसी ही समस्या बताई। उन्होंने कहा कि वह दमा के मरीज हैं। पिछले सात सालों से मामला चल रहा है, लेकिन किसी भी अधिकारी ने सुधार की दिशा में कोई पहल नहीं की।
2013 में उन्होंने बिजली का कनेक्शन लिया था। मीटर रीडिंग नहीं हुई। कई महीने बाद 60 हजार से अधिक का बिजली बिल आ गया। इस पर उन्होंने लोक अदालत की शरण ली। निजी विद्युत एजेंसी एक्सेल कंपनी के जाने के बाद भी बिजली बिल में सुधार नहीं हुआ। यह एक लाख के पार आ गया। इतनी मोटी रकम चुकता नहीं सके तो उनकी दोनों पतोहु किरण देवी व पिंकी देवी के बिजली कनेक्शन काट दिए। उसके बाद से पूरा परिवार बिजली से वंचित हैं। उन्होंने विभाग के अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है। कार्यपालक अभियंता पंकज कुमार ने कहा कि एस्सेल के समय के कुछ मामले फंसे हैैं। आवेदन देने पर रियायत मिल सकती है।
फीडर है पर बिजली सप्लाई नदारद
सकरा प्रखंड में पांच वर्ष पहले केशोपुर नया फीडर बनाया गया, लेकिन उसमें बिजली की सप्लाई नहीं हो रही। उक्त प्रखंड के सुजावलपुर गांव निवासी चंद्रभूषण सिंह ने बताया कि हमेशा लो वोल्टेज व तार टूटने की समस्या रहती है। अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे। वहीं मदन कुमार चौधरी ने भगवानपुर स्थित चाणक्य विहार कॉलोनी में लो वोल्टेज की समस्या बताई। उन्होंने विगत एक महीने से परेशानी होने की जानकारी दी। कहा कि मोटर तक नहीं चल रही। इसके अलावा आवाज मोर्चा के जमील अख्तर आदि ने भी समस्याएं बताईं।
Input: Dainik Jagran