मुजफ्फरपुर के प्रख्यात साहित्यकार एवं पूर्व प्राधानाध्यापक सीताराम पांडेय के निधन से पुरे जिला मे शोक की लहर दौड़ गई ।साहित्यकारो से लेकर सांसद, विधायक ने श्रद्धांजलि दे कर शोक जताया।साहित्य के अनमोल सख्सियत रहे सीताराम पांडेय के नाम बहुत सारी उपलब्धियां जुड़ी हुई है.।वे हजारो पत्र-पत्रिकाओ मे छप चुके थे और 16 से अधिक अपनी पुस्तक प्रकाशित करवा चुके थे , सैकडो़ राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके थे।
मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद ने साहित्यकार सीताराम पांडेय को श्रद्धांजलि देते हुये कहाँ की उनके निधन से स्तब्ध हुँ , उनकी क्षति को कोई पुरा नही कर सकता , भगवान उनके परिवार को दुख सहने की शक्ती दे ।
नगर विधायक विजेंद्र चौधरी ने भी शोक जताते हुये साहित्यकार सीताराम पांडेय को श्रद्धांजलि देते हुये कहा हिन्दी साहित्य के वो मजबूत स्तंभ थे , ईश्वर उनके आत्मा को शांती प्रदान करे।
जिला हिंदी साहित्य सम्मेलन की ओर से बुधवार को आनलाईन शोक सभा का आयोजन किया गया।अध्यक्षता चितरंजन सिन्हा कनक ने की ।सिद्ध रचनाकार सीताराम पांडेय के निधन पर दो मिनट का मौन रख कर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और ईश्वर से प्राथर्ना की गई की परिवार को ईस दुख को सहने की शक्ती दे ।मौके फर दिवगंत साहित्यकार सीताराम पांडेय की रचनाओ एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुये श्रद्धांजलि देने वालो मे डाँ शारदाचरण, डाॅ सजय प़कज,उदय नारायण सिंह, हरिनारायण गुप्त, रमेश प्रसाद प्रसाद श्रीवास्तव, प्रेम वर्मा, कमला प्रसाद श्रीवास्तव, गोपाल भारतीय,उतम कुमार, वंदना विजय लक्ष्मी , नीलिमा शर्मा , डाॅ विजय शंकर मिश्र, प्रभात रंजन, देवेन्द्र कुमार, गणेश सिंह पभृती,आदि शामिल थे।
वही कांटी मे नूतन साहित्यकार परिषद की ओर से ऑनलाइन श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर साहित्यकार सीताराम पांडेय के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। परिषद के अध्यक्ष चंद्रभूषण सिंह चंद्र ने कहा कि सीताराम पांडेय मूल रूप से कांटी के अकुराहा के निवासी थे। उन्होंने कई पुस्तकों का लेखन भी किया। शोक व्यक्त करने वालों में स्वराजलाल ठाकुर,सीनेटर मनोज वत्स, हर्षवर्धन ठाकुर, राकेश कुमार राय, प्रिंस कुमार आजाद शामिल हैं।