लोजपा को कितनी सीटें चाहिए यह बात क्लीयर हो गया. इसके कम सीटों पर समझौता नहीं हो सकता है. अगर इससे कम पर राजी करने के लिए दबाव बनाया गया तो पार्टी इसका मुंहतोड़ जवाब देगी.
लोजपा के पूर्व सांसद व वरिष्ठ नेता सूरजभान सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एनडीए में रहते हुए पार्टी को 36 सीट चाहिए. इन 36 सीटों में 20 सीट मनपसंद वाली और 16 सीट सहयोगियों के द्वारा दिया गया. इससे कम सीट पर पार्टी को मंजूर नहीं.
सूरजभान सिंह ने यह भी कहा कि इससे कम पर समझौता करने के लिए दबाव बन जाता है तो पार्टी भी मुंहतोड़ जवाब देगी. अगर वार किया गया तो उसपर प्रतिवार किया जाएगा.
16 सितंबर को दिल्ली में लोजपा संसदीय दल की बैठक हुई थी. जिसमें पशुपति कुमार पारस और महबूब अली कैसर को छोड़कर पार्टी के सभी सांसद और दो पूर्व सांसदों ने हिस्सा लिया था. बैठक में बिहार में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ी जाए इसको लेकर गहन मंथन किया गया.
बैठक में लोजपा सांसदों ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव नहीं लड़ने की बात कही. साथ ही इनके कामों से असंतोष जताया. सांसदों के चिराग के सामने दलित को 3 डिसमील जमीन देने में नीतीश कुमार को विफल बताया. साथ ही कोरोना और पलायन के मुद्दें पर मुख्यमंत्री को फिसड्डी करार दिया.
इस बैठक में शामिल पार्टी के पूर्व सांसद काली पांडेय ने यहां तक कह डाला कि जेडीयू के उतारे गए उम्मीदवार के खिलाफ लोजपा अपना प्रत्याशी उतारे. पार्टी सांसदों की बातों से चिराग ने बीजेपी को अवगत पहले ही करा दिया है.
Source : Live Cities