लोकसभा चुनाव के दौरान मुख्य चुनाव अधिकारी को लेकर सिकंदरपुर स्टेडियम में उतरा सरकारी उड़नखटोला सौ दिन बाद भी नहीं उड़ा। वह स्टेडियम के भीतर बीच मैदान में खड़ा है। इससे यहां खिलाड़ियों का प्रशिक्षण एवं खेल आयोजन दोनों ठप पड़े हैं। स्टेडियम में चलने वाला बिहार का एकमात्र एकलव्य हॉकी सेंटर बंद पड़ा है। इसकी सुरक्षा को दर्जनभर पुलिसकर्मी तीन माह से वहां तैनात हैं। इस पर सरकार का अबतक लाखों रुपये खर्च हो चुका है। इसे हटवाने की सरकार और जिला प्रशासन को चिंता नहीं है। वहीं, खिलाड़ी एवं खेल संगठन परेशान हैं। करे तो क्या करें? हेलीकाप्टर के कब्जे से मैदान कब मुक्त होगा यह भी बताने को कोई तैयार नहीं।
लोकसभा चुनाव के दौरान चार अप्रैल को मुख्य चुनाव अधिकार एचआर श्रीनिवास, उप निर्वाचन अधिकार संजय सिंह, एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन व आइजी अभियान सुशील मान सिंह खोपड़े को लेकर सरकारी हेलीकॉप्टर सिकंदरपुर स्टेडियम में उतरा था। मुजफ्फरपुर में उच्च स्तरीय चुनाव तैयारी की समीक्षा के बाद मुख्य चुनाव अधिकारी व तमाम आला अधिकारी पटना लौटने को इस पर सवार हुए तो तकनीकी खराबी से वह नहीं उड़ा। तब आला अधिकारी सड़क मार्ग से पटना लौट गए और हेलीकॉप्टर स्टेडियम में रह गया। अब तक वह सिकंदरपुर स्टेडियम में ही खड़ा है।
नहीं हटा हेलीकॉप्टर तो कैसे होगा स्वतंत्रता दिवस समारोह : स्वतंत्रता दिवस पर जिले का मुख्य समारोह सिकंदरपुर स्थित पंडित नेहरू स्टेडियम में होता है। यहां जिले के प्रभारी मंत्री झंडोत्तोलन करते हैं। इस दौरान स्टेडियम में संयुक्त परेड का भी आयोजन होता है। शाम में प्रशासन द्वारा खेल का आयोजन किया जाता है। यदि हेलीकॉप्टर नहीं हटाया गया तो आयोजन के लिए जिला प्रशासन को नई जगह की तलाश करनी पड़ेगी।
अगले माह होनी है जिला व राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता : शहर का एकमात्र खेल मैदान होने के कारण अधिकतर खेलों का यहां आयोजन होता है। अगले माह कला संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा जिला एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का स्टेडियम में आयोजन होना है। कई खेल संघों का आयोजन यहां होना है। यदि हेलीकाप्टर नहीं हटा आयोजन बाधित हो सकते हैं।
..और खेल बंद
अधिकारियों की लापरवाही के चलते खेल बंद। खिलाड़ी यहां न तो अभ्यास कर पा रहे, न ही कोई प्रतियोगिता हो पा रही। यहां तक कि बिहार का एकमात्र एकलव्य हॉकी सेंटर भी बंद हो गया है। कारण सिकंदरपुर स्टेडियम में लोकसभा चुनाव के दौरान से ही हेलीकॉप्टर खड़ा है। बिहार सरकार के इस हेलीकॉप्टर से अप्रैल में चुनाव आयोग के अधिकारी आए थे। वापसी की उड़ान में यह खराब हो गया। इसकी सुरक्षा में कुछ सिपाहियों को तैनात करने के बाद अधिकारी भूल गए। इसे ठीक कराकर ले जाने की जहमत नहीं उठाई जा रही। जिला खेल पदाधिकारी कई बार इस संबंध में अधिकारियों को अवगत करा चुके हैं। ’ वीरेंद्र विश्वकर्मा
हेलीकॉप्टर से होने वाली परेशानी से अवगत हैं। आलाधिकारियों को इसकी जानकारी दी जा चुकी है। सरकारी स्तर पर उसे हटाने का प्रयास किया जा रहा है। – जय नारायण प्रसाद, जिला खेल पदाधिकारी
Input : Dainik Jagran