चक्रवाती तूफान यास से हुई भारी बारिश के कारण शुक्रवार काे जनजीवन अस्त-व्यस्त हाे गया। निगम क्षेत्र के 49 वार्डों में कोई भी ऐसा मोहल्ला नहीं बचा, जहां जलजमाव न हुआ हाे। मोतीझील और कल्याणी की दुकानों में पानी भर गया। कई इलाके में लोगों की रसाेई में, ताे कई इलाकों में बेडरूम में पानी घुस गया। पहली बार मई माह में ही शहर के पूर्वी-उत्तरी इलाके के घराें काे बचाने के लिए कमरा मोहल्ले के स्लुइस गेट काे खाेलना पड़ा। हालांकि, निगम अधिकारी ने दावा किया कि स्लुइस गेट निगम ने नहीं खाेलवाया। लेकिन, इस बारिश ने नगर निगम के उन तमाम दावों की सच्चाई उजागर कर दी, जिसमें ये कहा जा रहा था कि अब शहर नहीं डूबेगा।
महापौर सुरेश कुमार के वार्ड-1 में सरस्वती नगर, वार्ड-2 में संजय सिनेमा रोड व राहुल नगर मोहल्ला सभी जगह जलजमाव से लोग परेशान हैं। सशक्त स्थाई समिति के सदस्य हरिओम कुमार के वार्ड में पहली बार जूरन छपरा महेश बाबू चौक तक पानी भर गया। वार्ड-16 में पप्पू सिंह गली-1 और वार्ड-46 में रामबाग चौड़ी इलाके में जलजमाव है। वार्ड-42 में बालाजी गली, कालीबाड़ी रोड समेत कई जगह जलजमाव है।
पार्षद केपी पप्पू के घर के दरवाजे तक पानी है। वार्ड-10 के पार्षद अभिमन्यु चौहान ने अपने आवासीय मोहल्ला जयप्रभा नगर से पानी निकालने के लिए निगम प्रशासन से पंप की मांग की। सड़क-नाला निर्माण की वजह से चर्च रोड व क्लब रोड में खतरनाक स्थिति है। नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय के साथ अधिकारी-कर्मचारी जलजमाव से मुक्ति के प्रयास में लगे रहे।
लेकिन, जाे गंभीरता और तत्परता शुक्रवार काे रही यदि बीते साल सितंबर से अब तक निगम प्रशासन गंभीर हुआ हाेता, ताे ऐसी नारकीय स्थिति नहीं हाेती। अभी बहाना यास का है। अाने वाले दिनाें में भी भारी बारिश के नाम पर ही खेला जाएगा। बेशक शहरवासियों काे खामियाजा भुगतना पड़े।
लॉकडाउन के दौरान बाबा गरीबनाथ मंदिर के निकट सामुदायिक किचन में लोगाें ने पानी के बीच टेबल-कुर्सी पर भोजन किया। परती टोला, गोला बांध रोड समेत तमाम इलाकों में पानी भरा है। मोतीझील, धर्मशाला चौक व कल्याणी तक कई दुकानों में पानी भरने से कारोबारियों काे काफी नुकसान हुअा है। मोतीझील व्यावसायिक संघ के अध्यक्ष अब्दुल मजीद ने कहा कारोबारी गुस्से में हैं। मिठनपुरा इलाके में चर्च रोड व क्लब रोड सहित दोतरफा मोहल्लों में पानी भरने से लोग परेशान हैं। मेन राेड पर सड़क-नाला निर्माण के गड्ढे जानलेवा हाे गए हैं। चर्च रोड से पीएंडटी चाैक तक यही हाल है। माड़ीपुर इलाके में चित्रगुप्तपुरी, बख्शी कॉलोनी, रामराजी रोड और कसाब टोला लगभग डूब गया। उधर, गोला बांध रोड से गरीब स्थान इलाके तक में हालात बदतर हैं। मोहल्लों में पैदल चलना भी दूभर है।
Source :Dainik Bhaskar