स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर की धरोहरों का कायाकल्प किया जाएगा। पहले चरण में सरैयागंज टावर के जीर्णोद्धार व सौंदर्यीकरण के लिए डीपीआर तैयार की जा रही है। इसी हफ्ते से नया आकार लेने लगेगा। इसके लिए टावर पर अंकित सौ से ज्यादा शहीदों के नामों भी संकलित किया जा रहा है। महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ नए टावर का रूप जल्द ही सामने आएगा। स्मार्ट सिटी के कार्यपालक अभियंता सुरेश कुमार सिन्हा के साथ नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने तैयार की जा रही डीपीआर और मॉडल पर चर्चा की। शहर की अन्य धरोहरों का भी विकास किया जाएगा।
गुरुवार को नगर निगम कार्यालय में हुई बैठक में सूतापट्टी, बैंक रोड व इस्लामपुर रोड के लिए तैयार की जा रही डीपीआर पर भी चर्चा हुई। इसका विकास पैन सिटी के प्रपोजल के तहत हो रहा है। इन संकीर्ण इलाकों को नए सिरे से विकासित करने की योजना बनाई जा रही है। इसके तहत सड़क के नाले को अंडरग्राउंड कर सड़क चौड़ी की जाएगी। नाले पर भी ट्रॉफिक का आना-जाना संभव हो सकेगा। सड़क से सारे बिजली के खंभे भी हटेंगे और जितने भी तार होंगे, वह अंडरग्राउंड होंगे। इसके लिए भी नाले के बगल में बॉक्स बनेगा, जिससे होकर सारे केबल गुजरेंगे। सिकंदरपुर मन की भी डीपीआर कार्य अंतिम दौर में है।
Input : Hindustan