कोरोना महामारी के बीच पहली बार स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति जानने निकले मंत्री मंगल पांडे को एनएमसीएच में विरोध का सामना करना पड़ा है। इस वक्त की जो बड़ी खबर सामने आ रही है उसके मुताबिक एनएमसीएच पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की गाड़ी को अस्पताल के वार्ड अटेंडेंट्स ने रोक दिया। वार्ड अटेंडेंट्स ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की का घेराव करते हुए अपनी मांगों को उनके सामने रखा है।
मंत्री मंगल पांडे की गाड़ी जैसे ही एनएमसीएच में पहुंची वैसे ही वार्ड अटेंडेंट्स ने मंत्री के सामने अपना विरोध जताना शुरू कर दिया। चारों तरफ से मंत्री महोदय की गाड़ी को घेर कर वार्ड अटेंडेंट्स अपनी मांग रखने लगे। हालांकि मंत्री मंगल पांडे ने इनसे कोई बातचीत नहीं की और ना ही कोई आश्वासन दिया। जिससे नाराज वार्ड अटेंडेंट्स ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की धमकी भी दे डाली है।
आपको बता दें कि एनएमसीएच में तकरीबन 65 की संख्या में वार्ड अटेंडेंट्स काम करते हैं। इनका कहना है कि रात दिन कोरोना संक्रमण के बीच अपनी जान को जोखिम में डालकर यह ड्यूटी कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर रही है। वार्ड अटेंडेंट्स खुद को कोरोना सिक्योरिटी कवर दिए जाने की मांग कर रहे हैं। एनएमसीएच में बीती रात भी जमकर हंगामा हुआ था। इमरजेंसी वार्ड में तैनात नर्सों ने आरोप लगाया था कि मरीजों के परिजनों ने उनकी पिटाई चप्पल से की है। बीती रात हुए हंगामे के बाद नर्सों ने सेवा ठप्प कर दी थी लेकिन किसी तरह समझा-बुझाकर उन्हें काम पर वापस लगाया गया था। कोरोना ट्रीटमेंट की हकीकत देखने पहुंचे मंत्री मंगल पांडे को अपने विभाग के अंदर भरे असंतोष का अंदाजा वार्ड अटेंडेंट्स के विरोध से लग गया होगा।
Input : First Bihar