हाजीपुर-मुजफ्फरपुर फाेरलेन व बायपास के अधूरे निर्माण का मामला बुधवार काे संसद से लेकर सड़क तक गूंजा। सांसद अजय निषाद ने जहां लाेकसभा में अधूरे एनएच निर्माण का मामला उठाया। वहीं, मुजफ्फरपुर शहर से सटे मधुबनी गांव में जुटे 26 गांवाें के किसानाें ने महापंचायत की।

सांसद ने उत्तर बिहार में निर्माणाधीन हाजीपुर-मुजफ्फरपुर तथा हाजीपुर-छपरा एनएच के निर्माण में हाे रही देरी काे लेकर एनएचएअाई की कार्यशैली पर सवाल उठाया। सांसद ने कहा कि एनएचएअाई अधूरे एनएच का निर्माण कर टाेल टैक्स ताे वसूलने लगता है, लेकिन प्राेजेक्ट काे पूरा करने में लापरवाही बरत रहा है। उन्हाेंने केंद्रीय मंत्री से इस मामले में दखल देने की अपील की है।

इधर, शहर से सटे मधुबनी गांव में जुटे 26 गांवाें के किसानाें ने 3 प्रमुख प्रस्ताव पारित कर पूरे मामले से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काे अवगत कराने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री के संभावित मुजफ्फरपुर अागमन के दाैरान किसान उनसे मिल कर एनएचएअाई व जिला प्रशासन की अाेर से बरती गई लापरवाही का मुद्दा उठाएंगे। बैठक में तय किया गया कि किसान सड़क निर्माण का विराेध नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री से वे अनुराेध करेंगे कि हर हाल में एनएच का निर्माण पूरा कराया जाए। वे भुगतान काे लेकर एनएचएअाई व जिला प्रशासन की अाेर से बरती गई भेदभाव पूर्ण नीति से भी सीएम काे अवगत कराएंगे।

शहर से सटे मधुबनी गांव में जुटे 26 गांवाें के किसान, मामले से सरकार काे अवगत कराने का निर्णय

संसद में मामला उठाते सांसद अजय निषाद।

मधाैल से रामदयालु तक के जर्जर रोड का मामला भी उठा

सांसद निषाद ने मधाैल से रामदयालुनगर तक करीब दाे किमी जर्जर सड़क का मामला भी लाेकसभा में उठाया। एनएचएअाई की अाेर से इसकी मरम्मत तक नहीं कराई जा रही है। दैनिक भास्कर लगातार इस जर्जर सड़क के मुद्दे काे उठाकर सरकार, जनप्रतिनिधि व प्रशासन का ध्यानाकृष्ट करा रहा है।

इधर, पताही के मधुबनी में जुटे किसान महापंचायत करते हुए।

कहा- एनएच-77 में जमीन देने वाले गाेपालपुर, बेदाैल और पिताैंझिया के किसानाें काे 2014 के प्रावधान के अनुसार मुअावजा मिला तो हमें क्यों नहीं

बैठक में कहा गया कि जब मुजफ्फरपुर-साेनबरसा एनएच-77 के गाेपालपुर, बेदाैल व पिताैंझिया के किसानाें काे 2014 के प्रावधान के अनुसार मुअावजा भुगतान किया गया है। ताे, हाजीपुर-मुजफ्फरपुर खंड के किसानाें काे क्याें नहीं? यहां के किसानाें काे पुराने प्रावधान के अनुसार मुअावजा भुगतान किया जा रहा है। प्रावधान भी है कि जिस प्राेजेक्ट का पंचाट घाेषित नहीं हुअा है वहां के भू धारियाें काे नए अधिनियम के तहत मुअावजा भुगतान किया जाए। किसान महापंचायत में राम विनाेद सिंह, संजीव कुमार, अजीत कुमार, शशिभूषण सिंह, ललन प्रसाद ठाकुर, संताेष कुमार, बासुदेव साह, रविन्द्र ठाकुर, लक्ष्मण चाैधरी, सुरेश चाैधरी, त्रिभुवन चाैधरी समेत दर्जनाें किसान शामिल थे।

Input : Dainik Bhaskar

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