किस्मत कब, कहां और किस रूप में दगा दे जाए, कहा नहीं जा सकता। मुजफ्फरपुर जिला अंतर्गत पारू थाना क्षेत्र के मटिहानी गांव निवासी इस युवती की किस्मत को ही देखें। माता-पिता ने बड़ी मुश्किल से शादी तय की। लाखों रुपये खर्च कर सभी व्यवस्थाएं की गईं। घर को सजाया गया। लड़की भी अपने होने वाले पति के लिए खूब सजी-धजी। बरात दरवाजे तक आ गई। खूब नाच गाना हुआ।
इसके बाद जयमाला की रस्म भी हुई। यहां तक सबकुछ सही ही चल रहा था। सबलोग खाना खाने लगे। इसी दौरान जो कुछ हुआ उसने पूरी कहानी ही पलट कर रख दी। युवती के हाथों में सजी मेहंदी दमकने से पहले ही स्याह हो गई। सबकुछ खत्म।
दरअसल, पारू थाना क्षेत्र के मटिहानी गांव में करजा थाना के गवसरा बंगरी गांव से बरात आई। इसमें सबकुछ आशा के अनुसार ही चल रहा था। ग्रामीण बरातियों के स्वागत में लगे हुए थे। बरात दुल्हन के दरवाजे तक पहुंची। इसके बाद जयमाला का आयोजन हुआ। दूल्हा और दुल्हन ने एक-दूसरे को माला पहनाए। शादी की रस्म शुरू होने से पहले सभी लोग खाना-पीना कर रहे थे।
इसी दौरान दूल्हे के भाई की किसी ग्रामीण से कहासुनी हो गई। कोई पक्ष झुकने को तैयार नहीं था। बात मारपीट तक पहुंच गई। गांव के लोगों ने उसकी पिटाई कर दी। इससे सभी बराती क्षुब्ध हो गए। खासकर दूल्हे के पिताजी। आनन-फानन में दूल्हा पक्ष के लोगों ने तय किया कि वे बिना शादी किए ही यहां से लौट जाएंगे। हालांकि मान-मनौव्वल किया गया, लेकिन सब बेकार।
बरात वापस हो गई। इस तरह दूल्हा के गले में वरमाला डालने के बाद भी यह युवती उसकी दुल्हन नहीं बन सकी। इस घटना को लेकर लड़की के भाई ने पारू थाना में गांव के पांच नामजद और 10 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें आरोपितों पर साजिश के तहत दूल्हे के भाई की पिटाई करने, उसके गले से सोने की चेन, शादी के लिए लाए गए गहने भरी अटैची उठाकर ले जाने का आरोप लगाया। थानाध्यक्ष राजेंद्र साह ने बताया कि इस मामले की छानबीन की जा रही है।
Input: dainik jagran