पूर्व मेयर समीर कुमार ह’त्याकां’ड में तीन माह से फ’रार चल रहे प्राॅपर्टी डीलर आशुतोष  शाही काे हाईकाेर्ट से बड़ी राहत मिली है।

शुक्रवार काे जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकाेर्ट ने जमानत दे दी। पिछले 15 दिनाें से आशुतोष शाही की गिरफ्तारी के लिए दूसरे राज्य में जाने की तैयारी में जुटी मुजफ्फरपुर पुलिस आशुतोष शाही काे जमानत मिलने की सूचना पर हाथ मलने लगी। जमानत की सूचना के बाद शुक्रवार की शाम पुलिस अधिकारी एक-दूसरे से सत्यता जांचने में जुटे रहे। पूर्व मेयर समीर कुमार व उनके ड्राइवर की हत्या के साढ़े 8 माह बाद तत्कालीन डीएसपी मुकुल कुमार रंजन ने आशुतोषशाही की गिरफ्तारी का आदेश  जारी किया था। लेकिन, पुलिस आशुतोष शाही को गिरफ्तार करने से यह कह कर बचती रही कि सिटी एसपी जब तक रिपाेर्ट जारी नहीं कर देते, गिरफ्तारी नहीं हाे सकती। इसी में गिरफ्तारी का मामला उलझा रहा। डीएसपी के जारी आदेश  के तकरीबन चार माह बाद सिटी एसपी ने गिरफ्तारी का आदेश  दिया। हाल में टाउन पुलिस काेर्ट से वारंट लेने के बाद 15 दिनाें से आशुतोष शाही के ठिकाने पर दूसरे राज्य में धावा बाेलने की तैयारी कर रही थी। दूसरी ओर, आशुतोष शाही हाईकाेर्ट की शरण में चले गए।

कांड में 7 अभियुक्त भेजे गए जेल, सभी काे मिली जमानत

उल्लेखनीय है कि 23 सितंबर 18 काे नगर थाना क्षेत्र के चंदवारा में बाइक सवार दाे अपराधियाें ने पूर्व मेयर समीर कुमार व उनके ड्राइवर की एके-47 से गाेलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। हत्याकांड में पुलिस ने शूटर गाेविंद, सुजीत, श्याम नंदन मिश्रा, सुशील छपड़िया व ओंकार  काे गिरफ्तार कर जेल भेजा। तत्कालीन एसएसपी मनाेज कुमार ने शूटर गाेविंद से पूछताछ के आधार  पर प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा किया कि गाेविंद काे गाेबरसही के ट्रांसपाेर्टर पिंटू सिंह ने एके-47 दी थी। दाेनाें शूटर, प्राॅपर्टी डीलराें व ट्रांसपाेर्टर पिंटू सिंह समेत सात काे मामले में जेल भेजा गया था। एक-एक कर उन सभी काे हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी है। घटना के साढ़े 8 माह बाद टाउन डीएसपी ने आशुतोष  शाही के साथ शंभू-मंटू की गिरफ्तारी का आदेश  दिया। अब तक शंभू-मंटू की गिरफ्तारी नहीं हाे सकी है।

इनपुट : दैनिक भास्कर

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