सदर अस्पताल के कायाकल्प की तैयारियां शुरू हो गई हैं। मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके इसलिए पटना एम्स की देखरेख में मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल में क्रिटिकल केयर यूनिट(सीसीयू) बनाई जायेगी। मंगलवार को पटना एम्स की टीम इसके लिए स्थल का मुआयना करने पहुंची। इस यूनिट को बनाने में 40 करोड़ रुपए खर्च की जायेगी।
मालूम हो कि पिछले दिनों अपर मुख्य सचिव सदर अस्पताल का निरीक्षण करने आये थें। इस दौरान उन्होंने सीसीयू बनाने की घोषणा की थी। सीसीयू बनाने की जिम्मेदारी बीएमएसआईसीएल को दिया गया है। पटना एम्स के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी संस्था जपाइगो भी इसमें सहायता कर रही है। जनवरी से सीसीयू बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी।
खबर के मुताबिक सीसीयू में 100 बेड होंगे, जिसमें 50 बेड आईसीयू के जबकि 50 जनरल वार्ड के बनेंगे। यह दो मंजिल का बनाया जायेगा।सीसीयू में आने वाले डॉक्टर पटना एम्स से ट्रेनिंग लेकर आएंगे।पटना एम्स सीसीयू की मॉनिटरिंग करता रहेगा।
गौरतलब हैं कि सीसीयू का निर्माण पीएम-आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत किया जा रहा है। आईसीयू के अलावा सीसीयू में इमरजेंसी और ऑपरेशन थियेरटर भी होंगे। परिसर में पुराने एमसीएच और डीआइओ ऑफिस को तोड़कर सीसीयू का निर्माण किया जायेगा।
क्रिटिकल केयर यूनिट में शिशु आईसीयू के लिए 20 बेड, हाई डिपेंडेंसी यूनिट के लिए 20 बेड, आइसोलेशन के मरीजों के लिए 30 बेड, आइसोलेशन रूम में 12 बेड, डायलिसिस में चार बेड, एमसीएच के लिए छह बेड, इमरजेंसी के लिए 10 बेड का निर्माण किया जायेगा। सीसीयू में दो ओटी और एक प्वाइंट केयर लैब भी बनेगी ताकि मरीजों की जांच भी सीसीयू में ही हो जाए।
इस मामले में सिविल सर्जन डॉ. उमेश चंद्र शर्मा ने कहा हैं कि सदर अस्पताल में क्रिटिकल केयर यूनिट बन जाने से क्रिटिकल मरीजों को दूसरी जगह रेफर नहीं करना पड़ेगा। उनका इलाज सदर अस्पताल में ही हो जायेगा। इसमें हृदय रोग, सांस, हेड इंजरी, चोट, सर्जरी सहित अन्य बीमारियों के गंभीर मरीजों का इलाज हो सकेगा।