मुजफफरपुर। चुनाव नजदीक आते ही पूरी महकमा लंबित पड़े मामले को निपटाने में लगी हुए हैं. लेकिन बिहार के मुजफ्फरपुर में एक ऐसा प्रखंड है कहाँ कर्मियों की अनजाने का कोई समय सीमा नही हैं. जनता तो दूर सीनियर अधिकारी भी निरीक्षण में पहुचते हैं तो कर्मी एवं स्थानीय अधिकारी से दर्शन नही हो पाती है. मामला मुजफफरपुर जिला के मोतीपुर प्रखंड मुख्यालय का हैं. शुक्रवार के सुबह 11 बजे प्रखंड मुख्यालय मोतीपुर में एसडीएम पक्षीमी डॉ. अनिल कुमार दास औचक निरीक्षण करने पहुँचे. जहां प्रखंड से लेकर अंचल एवं आपूर्ति में कुल 10 कर्मी अनुपस्थित मिले. एसडीएम ने तत्काल कार्यवाई करते हुए 9 लोगो की हाजरी को काटते हुए एक दिन की वेतन पर रोक लगा दिए. वही एमओ प्रदीप झा से स्पष्टीकरण किये. वे सबसे पहले प्रखंड मुख्यालय पहुँचे जहां बीडीओ उपस्थित मिले. अंचल कार्यालय में सीओ कुमार भास्कर उपस्थित थे. वही आपूर्ति कार्यालय खुली तो मिली. लेकिन अधिकारी से लेकर समस्त कर्मी अनुपस्थित मिले. आपूर्ति कार्यालय की हालात को देख एसडीएम हैरान रह गए. एसडीएम ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी प्रदीप कुमार झा से टेलीफोन पर बातचीत कर उन्हें डांट पिलाते हुए कार्यशैली में सुधार लाने के दिशा निर्देश दिशा निर्देश दिए. एसडीएम के कार्यवाई से पूरे प्रखंड महकमे में हड़कंप मची रही.
इनलोगों की हाजरी कटी
1. संतोष चौधरी : पंचायत सचिव
2. मैना देवी : कार्यालय परिचारी
3. संजय कुमार : आईटी एसिटेंट, RTPS इंचार्ज
4. शैलेश कुमार : BPRO कार्यालय ऑपरेटर
5. सुरेश कुमार : RTPS ऑपरेटर
6. सुमंत कार्यपालक : आपूर्ति ऑपरेटर
7. नितेश कुमार : तकनीकी सहायक
8. प्रत्यूष रंजन : अंचल ऑपरेटर
9. विकाश रंजन : अंचल लिपिक
बता दे कि सप्ताह आपूर्ति कार्यालय के ऑपरेटर सुमंत समेत अन्य कर्मियों के तीन दिन की हाजरी को काटते हुए कार्यशैली में सुधार लाने का निर्देश दिए थे. उसके बावजूद कार्यशैली में सुधार नही हुई. एसडीएम ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करने के क्रम में कहे कि कार्यशैली में लापरवाही कतई बर्दाश्त नही की जाएगी, इस बार हिदायत के तौर पर कार्यवाई हुई है, यदि कार्यशैली में सुधार नही हुई तो कठोर कार्यवाई की जाएगी.