मुजफ्फरपुर। एईएस से बचाव के लिए इस वर्ष जिले के सभी गांवाें में एंबुलेंस उपलब्ध कराए जायेंगे। इसके तहत 1178 वाहनाें का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें प्रत्येक वार्ड के दाे-दाे वाहनाें काे एंबुलेंस बनाया जाएगा। इसे लेकर सभी बीडीओ व पीएचसी प्रभारियाें काे निर्देश जारी कर दिया गया है। इसके तहत 28 फरवरी तक वाहन मालिकाें से एग्रीमेंट कर लिया जायेगा। इसमें वाहन मालिकों का नाम-पता, गाड़ी-माेबाइल नंबर आदि जिला मलेरिया कार्यालय काे उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया हैं। बुधवार से वाहन काेषांग की तरफ से इसके लिए कवायद भी शुरू कर दी गई है।
इसे लेकर सिविल सर्जन डाॅ यूसी शर्मा ने जानकारी दी है कि जिन वाहनों को इससे जोड़ा जायेगा, उनके चालक का माेबाइल नंबर आशा, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, जनवितरण प्रणाली दुकानदार, मुखिया, वार्ड सदस्य, पंच, सरपंच, विकास मित्र, एएनएम व पीएचसी प्रभारियाें के पास रहेगा। किसी बच्चे काे यदि चमकी-बुखार आता है ताे तुरंत टैग किए गए वाहन के चालकाें काे उसके घर बुलवाकर बच्चे काे सबसे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जाएगा।
अस्पताल में एईएस वार्ड में बच्चे का एसओपी के अनुसार इलाज किया जाएगा। साथ ही यदि जरूरत पड़ी तो अस्पताल के एंबुलेंस या उसी एंबुलेंस से बच्चें को एसकेएमसीएच रेफर कर दिया जाएगा। एईएस वार्ड में 24/ 7 डाॅक्टर व प्रशिक्षित नर्स की ड्यूटी रहेगी। राेस्टर बनाने व ब्लाॅक लेवल टास्क फाेर्स की बैठक 15 मार्च तक कर लेने का निर्देश दिया गया है।
वहीं 23 मार्च से लेकर 23 जुलाई तक सभी सरकारी-निजी स्कूलाें में प्रार्थना के समय बच्चाें काे एईएस के लक्षण और उससे बचाव के बारे में अगवत कराया जाएगा। प्रार्थना के समय शिक्षक बच्चाें काे हर दिन एईएस के बारे में पढ़कर सुनाएंगे। पीटीएम में अभिभावकाें काे भी इस बुखार के बारे में जानकारी दी जायेगी। बच्चों की इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए मिड डे मील मेंं प्राेटीनयुक्त भाेजन की मात्रा बढ़ाई जाएगी। वहीं 6 अति प्रभावित प्रखंडाें में बच्चाें काे दूध भी मिलेगा। आईसीडीएस अति कुपाेषित बच्चाें के लिए संध्या भाेजन उपलब्ध कराएगा। इसमें काेई मीठा सामान जरूर रहे, इसका ध्यान रखा जाएगा।
मालूम हो कि सदर अस्पताल व जिले के पीएचसी स्थित एईएस वार्डाें में अभी तक एसओपी के अनुसार आवश्यक दवाइयां एवं उपकरण मौजूद नहीं हैं। इसे लेकर मुख्यालय ने नाराजगी व्यक्त की है। बुधवार काे सीएस ने सभी प्रभारियाें काे 24 घंटे में एईएस प्राेटाेकाॅल के अनुसार दवा व उपकरण सेंट्रल गाेदाम से उठाने का निर्देश दिया हैं। 23 फरवरी को जिलास्तरीय प्रशिक्षण में दवा उपकरणों की सूची मांगी गई है।