अगले महीने पटना से चलने वाली एक दर्जन से अधिक फ्लाइट बंद हो जायेगी. इनमें से कुछ पहले सप्ताह में बंद हो जायेगी, जबकि कुछ 15 दिसंबर के आसपास बंद हो जायेगी. इसकी वजह धुंध का बढ़ना है. सुबह में पटना एयरपोर्ट के आसपास घना कुहासा छाने लगा है. इससे सुबह सात बजे जब पटना एयरपोर्ट पर पहली फ्लाइट की लैंडिंग का समय होता है, तो उस समय दृश्यता गिरकर 600 से 800 मीटर के बीच पहुंच चुकी होती है. बीते सप्ताह से ही विमानों के परिचालन पर इसका असर दिखने लगा है. दो दिनों से पटना से विमान डायवर्ट होने लगे हैं. घनी धुंध से जब पटना एयरपोर्ट का रनवे पायलट को नहीं दिखता है, तो विमान को बनारस, रांची, भुवनेश्वर या कोलकाता एयरपोर्ट पर ले जाना पड़ता है.

सुबह 10:30 बजे के पहले नहीं उड़ेंगे विमान
सुबह 10:30 बजे से पहले और रात आठ बजे के बाद की फ्लाइटें बंद हो जायेंगी. अभी ऐसी 13 फ्लाइटें चल रही हैं. सुबह 10:30 बजे तक पटना एयरपोर्ट से आठ विमानों का शेड्यूल है. इनमें सात इंडिगो की हैं, जिनमें तीन दिल्ली आती-जाती हैं, जबकि एक-एक कोलकाता, बेंगलुरु, चंडीगढ़ और हैदराबाद आती-जाती है. एक फ्लाइट स्पाइसजेट की है. रात आठ बजे के बाद पटना एयरपोर्ट से पांच फ्लाइटें आती-जाती हैं. इनमें इंडिगो की तीन हैं. एक स्पाइसजेट की है जो बेंगलुरु जाती है, जबकि एक फ्लाइबिग की है, जो कोलकाता जाती है. इनमें अधिकतर फ्लाइटें बंद हो जायेंगी.

दृश्यता की जरूरत 1400 मीटर तक पहुंच गयी
पटना एयरपोर्ट पर बीते वर्ष विमान उतरने के लिए एक हजार मीटर दृश्यता की जरूरत थी, क्योंकि घनी धुंध की स्थिति में भी इसे इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम और 400 मीटर एप्रोच लाइट की सुविधा मिल जाती थी. लेकिन मार्च से इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम के मेंटेनेंस का काम चल रहा है, इससे लैंडिंग के लिए दृश्यता की जरूरत बढ़कर 1400 मीटर तक पहुंच गयी है. दिसंबर और जनवरी में 1400 मीटर की दृश्यता की जरूरत बनी रही, तो 15 जोड़ी से अधिक फ्लाइटें नहीं उड़ पायेंगी.

आठ घंटे देर से उड़ी स्पाइसजेट की फ्लाइट
धुंध का असर पटना एयरपोर्ट से विमानों के परिचालन पर शनिवार को भी दिखा. ऑपरेशनल वजह से मुंबई से पटना आने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट आठ घंटे देर से आयी और लगभग उतने ही देर से गयी जबकि धुंध के कारण 14 अन्य विमान भी देर से आये गये. इनमें से दो विमानों की देरी दो घंटे से अधिक जबकि चार विमानों की देरी एक घंटे से अधिक रही. विमानों की देरी से यात्री परेशान रहे और कई ने हंगामा भी किया जिन्हें एयरलाइंस के कर्मियों और सीआइएसएफ के कर्मियों ने समझा-बुझा कर शांत कराया.

विजिबलिटी कम हाेने से विमानों को करना पड़ रहा डायवर्ट
बता दें कि पटना एयरपाेर्ट पर विजिबलिटी कम हाेने से विमानों को इन दिनों लगातार डायवर्ट करना पड़ रहा है. शुक्रवार काे भी दाे विमान पटना आने के बाद डायवर्ट हाे गये. इंडिगाे की काेलकाता-पटना फ्लाइट 6इ 668 डायवर्ट हाेकर रायपुर चली गयी, जबकि दिल्ली-पटना का विमान 6इ 2163 एयरपाेर्ट का दाे-तीन चक्कर लगाने के बाद काेलकाता चली गयी. काेलकाता एयरपाेर्ट व्यस्त हाेने से काेलकाता-पटना फ्लाइट काे काेलकाता नहीं भेजा गया और रायपुर डायवर्ट कर दिया गया. इससे 186 और दिल्ली-पटना फ्लाइट से 173 यात्रियाें काे पटना आना था. इनके अलावा 22 जोड़ी अन्य फ्लाइटें भी पटना एयरपोर्ट पर देर से आयी गयी. 1000 मीटर से कम विजिबलिटी हाेने से सुबह में विमानाें का ऑपरेशन नहीं हाे सका. 11.30 बजे चंडीगढ़ से आयी फ्लाइट की पटना एयरपाेर्ट पर पहली लैंडिंग हुई. दिल्ली-पटना की फ्लाइट के आने का समय सुबह 8:30 बजे था, पर सवा घंटे देर से 9:45 बजे पटना में एयर बाेर्न हाे चुकी थी, पर विजिबलिटी 800 मीटर हाेने से दाे-तीन चक्कर लगाने के बाद विमान काे काेलकाता भेज दिया गया. वहीं काेलकाता-पटना फ्लाइट निर्धारित समय पर 9:45 बजे आ चुकी थी, पर विजिबलिटी कम हाेने की वजह से रायपुर डायवर्ट हाे गयी. बाद में दिल्ली-पटना की फ्लाइट काेलकाता से रवाना हाेकर करीब 1 बजे पहुंची,वहीं दिल्ली-काेलकाता फ्लाइट रायपुर से पटना एयरपाेर्ट पर 12 बजे पहुंची.

यात्री हो रहे परेशान
विमानाें काे डायवर्ट हाेने से यात्री भी हंगामा कर रहे हैं. शुक्रवार को पटना से दिल्ली जाने वाले 175 यात्री और पटना से काेलकाता जाने वाले 174 यात्री पटना एयरपाेर्ट पर विमान से जाने के लिए पांच घंटे तक अटके रहे. कोलकाता जा रहे एक यात्री ने बताया कि 10:30 बजे बताया गया कि 12 बजे फ्लाइट जायेगी. एयरपोर्ट पर बैठने तक की जगह नहीं थी. लोगों को जानकारी भी नहीं दी जा रही थी कि विमान के देरी से आने या जाने की वजह क्या है. कुछ यात्रियों ने हंगामा किया, तो उन्हें नाश्ते का पैकेट दिया गया. कुछ लोगों को यह नहीं भी दिया गया.

Source : Prabhat Khabar

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