इन दिनों दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी का चलन काफी तेजी से बढ़ रहा है. युवा से लेकर बुजुर्ग तक इस वर्चुअल करेंसी में पैसा इंवेस्ट किया जा रहा है. क्रिप्टोकरेंसी का बाजार लगातार बढ़त बनाए हुए है. इससे लोगों को इसके जरिये पैसा कमाने का नया जरिया मिला है. इस बीच आज हम बताते हैं 12 साल के एक ऐसे बच्चे के बारे में, जो क्रिप्टोकरेंसी का बेताज बादशाह है. वह इस छोटी सी उम्र में क्रिप्टोकरेंसी में पूरी सूझबूझ के साथ इंवेस्ट कर रहा है. इसका नाम बेंयामिन अहमद है. इस समय क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में उसके करीब 38 करोड़ रुपये ट्रेड हो चुके हैं.
12 साल के बेंयामिन अहमद ने पिछले साल भी अंतरराष्ट्रीय मीडिया में काफी सुर्खियां बटोरी थीं. तब उसने नॉन फंजिबल टोकन के रूप में अपने इमोजी कलेक्शन को बेचा था. इनके जरिये उसने कुल 2 करोड़ 93 लाख 38 हजार 798 रुपये कमाए थे. ऐसे में उसे उसकी उम्र के सामान्य बच्चों से अलग कहा जा रहा था. बेंयामिन अहमद की कहानी भी दिलचस्प है.
जब बेंयामिन अहमद सिर्फ 5 साल का था, तब से ही उसने कोडिंग करना शुरू कर दिया था. उस दौरान उसने अपना वियर्ड वेल्स नामक पिक्सलेटेड आर्टवर्क तैयार किया था. उसका करियर को नई राह देने वाले इस आर्टवर्क से पहले बेंयामिन ने माइनक्राफ्ट से प्रेरित डिजिटल आर्ट कलेक्शन भी तैयार किया था. इसमें 40 रंगीन पिक्सल वाले अवतार थे. इनका नाम माइनक्राफ्ट यी हा रखा गया था.
अब इसके कुछ महीने में ही बेंयामिन पूरी तरह से क्रिप्टोकरेंसी का एक्सपर्ट बन गया है. इस समय उसकी ओर से इंवेस्ट की गई क्रिप्टोकरेंसी की कीमत 38 करोड़ रुपये है. उसने क्रिप्टोकरेंसी में 38 करोड़ रुपये का कारोबार किया है. उसका रंगीन वेल्स का कलेक्शन पिछले साल बनाने के कुछ घंटे बाद ही बिक गया था. इसके लिए उसे 7 करोड़ 55 लाख 68 हजार से अधिक रुपये मिले थे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 2021 में बेंयामिन अहमद के पास कोई बैंक अकाउंट भी नहीं था. हां उसके पास क्रिप्टोकरेंसी का वॉलेट था. इतनी कमाई करने और दौलत जुटाने के बावजूद वह अभी तक इससे एक भी पैसाा नहीं निकालता. इस समय उसकी कुल दौलत इथीरियम नामक क्रिप्टोकरेंसी में है.
वहीं कुछ विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर निवेशक जल्द ही क्रिप्टोकरेंसी से अपना पैसा नहीं निकालता तो वो पैसा किसी काम का नहीं रहता. लेकिन इसके बावजूद बेंयामिन को पूरा विश्वास है कि क्रिप्टोकरेंसी भविष्य की मुद्रा है और उसकी दौलत आगे भी कायम रहेगी.
बेंयामिन का कहना है, ‘स्कूल में मेरे दोस्त जानते हैं कि मैं क्या कर रहा हूं और वह मुझे किस बात के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं. अब बहुत सारे लोगों को मेरी कहानी के बारे में पता है और यह मुझे खुशी देता है कि वे मेरी वजह से एनएफटी के बारे में जान रहे हैं.’ बेंयामिन के पिता सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और उसने उन्हीं से कोडिंग करना सीखा है. वे ग्रेटर लंदन में रहते हैं.
Source : News18