मुजफ्फरपुर जिले के मिठनपुरा थाना क्षेत्र के समाहरणालय सभागार में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने शैक्षणिक सुधार और बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने को लेकर एक अहम बैठक की। इस बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ), सभी डीपीओ, बीईओ, बीआरपी और 16 प्रखंडों से बेस्ट और वर्स्ट परफॉर्मिंग प्रधानाध्यापकों को बुलाया गया था। बैठक का उद्देश्य शिक्षा के स्तर को सुधारने और वर्स्ट परफॉर्मिंग विद्यालयों को प्रेरित करना था।
सफलता की कहानी से प्रेरणा
बैठक में बेस्ट परफॉर्मिंग विद्यालय के प्रधानाध्यापकों ने अपनी सफलता की कहानियां साझा कीं। उत्क्रमित मध्य विद्यालय दरधा मुरौल के प्रधानाध्यापक जितेश कुमार ने बताया कि उनके विद्यालय में बच्चों की 75% उपस्थिति है और अब तक नवोदय विद्यालय में 5 बच्चे चयनित हुए हैं। इसके अलावा, नेशनल स्कॉलरशिप 2024 में उनके विद्यालय के 17 बच्चे, 2023 में 10 और 2022 में 7 बच्चे चयनित हुए। वहीं, उत्क्रमित मध्य विद्यालय सरवानीचक के प्रधानाध्यापक श्यामनंदन सिंह ने बताया कि उनके विद्यालय में बच्चों की 80% उपस्थिति सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए पैरेंट्स से संपर्क और फॉलो-अप का तरीका साझा किया।
वर्स्ट परफॉर्मिंग प्रधानाध्यापकों से चर्चा
वर्स्ट परफॉर्मिंग प्रधानाध्यापकों से खराब प्रदर्शन के कारणों पर चर्चा की गई। कई प्रधानाध्यापकों ने शौचालय की कमी को प्रमुख समस्या बताया। इस पर जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता को सभी ऐसे विद्यालयों की पहचान कर शौचालय निर्माण का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि समयबद्ध तरीके से शौचालय निर्माण किया जाए ताकि बच्चों का ड्रॉपआउट रोका जा सके।
प्रधानाध्यापकों का सम्मान
बेस्ट परफॉर्मिंग विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को जिलाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने निर्देश दिया कि ऐसे प्रधानाध्यापकों को विशेष समारोह में सम्मानित किया जाए ताकि उनके काम अन्य प्रधानाध्यापकों के लिए प्रेरणा बनें।
फरवरी तक न्यूनतम 70% उपस्थिति का निर्देश
जिलाधिकारी ने सभी प्रधानाध्यापकों और बीईओ को निर्देश दिया कि फरवरी तक विद्यालयों में न्यूनतम 65-70% उपस्थिति सुनिश्चित हो। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मार्च तक लक्ष्य पूरा नहीं हुआ तो लापरवाह अधिकारियों और प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बेंच, डेस्क और समरसेबल में अनियमितता की जांच
बैठक में बेंच, डेस्क और समरसेबल कार्य में अनियमितता के आरोपों पर जिलाधिकारी ने एक तीन सदस्यीय जांच कमिटी बनाने का आदेश दिया। यह कमिटी एडीएम लोक शिकायत की अध्यक्षता में काम करेगी। मामले की निष्पक्षता से जांच के लिए फॉरेंसिक लैब में हस्ताक्षर का मिलान कराया जाएगा और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी। दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर नीलामी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
क्वालिटी बेस्ड स्कूल इंस्पेक्शन का निर्देश
जिलाधिकारी ने सभी बीईओ और प्रधानाध्यापकों को क्वालिटी बेस्ड स्कूल इंस्पेक्शन करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों का अगले निरीक्षण में सुधार नजर आना चाहिए।
प्रखंडवार बेस्ट परफॉर्मिंग प्रधानाध्यापक
1. कुढ़नी: उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुढ़नी, शशि कुमार
2. सकरा: मध्य विद्यालय चंदन पट्टी, संतोष कुमार
3. मुरौल: उत्क्रमित मध्य विद्यालय दरधा मुरौल, जितेश कुमार
4. बंदरा: मध्य विद्यालय विष्णुपुर मेंहसी, मृत्युंजय कुमार
5. गायघाट: मध्य विद्यालय गायघाट, मनोज कुमार सिंह
6. कटरा: मध्य विद्यालय बेरई, सुरेंद्र मिश्रा
7. बोचहा: उत्क्रमित मध्य विद्यालय सरवानीचक, श्यामनंदन सिंह
8. औराई: मध्य विद्यालय धरहरवा, रामनरेश कुमार
9. मीनापुर: उत्क्रमित मध्य विद्यालय जगन्नाथ पकड़ी, विनय कुमार
10. कांटी: उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुस्तफापुर, विपिन कुमार सिंह
11. मोतीपुर: नेहरु स्मारक उच्च विद्यालय श्रीसिया गोपीनाथपुर, संजय कुमार
12. साहिबगंज: उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोरहर, सहेंद्र राम
13. पारु: मध्य विद्यालय फतेहाबाद (बालक), प्रमोद कुमार
14. सरैया: मध्य विद्यालय आरोपुर, अचल कुमार
15. मरवन: मध्य विद्यालय कर्जा, शिवनाथ पासवान
16. मुसहरी: मध्य विद्यालय प्रहलादपुर मुसहरी, सुधीर कुमार
जिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षा के प्रति जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी को सामूहिक प्रयास करना होगा।