तब्लीगी जमात में शिरकत करने के बाद लौट रहे लोगों में से 159 के पॉजिटिव होने के कारण उत्तर प्रदेश सरकार अब 15 अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन खोलने की स्थिति में नहीं है। इस समय प्रदेश में 305 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं, जिनमें से आधी से अधिक संख्या तब्लीगी जमात से लौटे लोगों की है।
उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या के मद्देनजर योगी आदित्यनाथ सरकार लॉकडाउन पीरियड को 14 अप्रैल से आगे बढ़ा सकती है। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने सोमवार को इसके संकेत दिए। अवनीश अवस्थी ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से तबलीगी जमात में शामिल लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो रही है उससे प्रदेश में मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है। अगर ऐसा ही रहा तो 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खोलना संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात से जुड़े लोगों की वजह से ही कई जिलों में संक्रमण फैला है। सबसे ज्यादा संक्रमित आगरा में मिले हैं। उसके बाद मेरठ, सहारनपुर, आजमगढ़, लखनऊ, बाराबंकी, शामली, गाजियाबाद आदि जिले हैं।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि शाम चार बजे तक यूपी में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 305 हैं। इनमें से 159 लोग वे हैं, जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुए आयोजन में हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि जिस तरह से तबलीगी जमात से जुड़े लोगों में कोरोना की पुष्टि हो रही है, उससे लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद हटाना संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अब जमात से जुड़े जिन लोगों में संक्रमण पाया गया है उनके संपर्क में आया है उनको ट्रेस किया जा रहा है।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि तबलीगी जमात में शामिल लोग आगे आकर खुद का जांच करवाएं इसके लिए मुख्यमंत्री ने रविवार को सभी जिलों के धर्मगुरुओं से भी बात की। इस बातचीत में सभी ने की सहमती थी कि इंसान की जिंदगी ज्यादा महत्वपूर्ण है। सभी ने अपना इसमें सहयोग देने की बात कही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर कोर टीम के साथ बैठक की। बैठक में तब्लीगी जमात से लौटे लोगों की रिपोर्ट लगातार पॉजिटिव आने से अब 15 अप्रैल के लॉकडाउन पर वेट एंड वॉच की स्थिति बनी। अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि यूपी में 305 लोग कोरोना वायरस से ग्रसित हैं। आज यूपी में 27 पॉजिटिव केस आए हैं। इनमें से 21 लोग तब्लीगी जमात के हैं। यूपी में 305 में से 159 केश तब्लीगी जमात के लोग हैं। आगे इनकी संख्या बढऩे की भी संभावना है। अभी भी प्रदेश में इनकी तलाश जारी है। अब हम उन लोगों की तलाश में हैं, जो उन जमातियों के सम्पर्क में आए हैं। अब जो भी पकड़ में आएगा, उसका कोरोना वायरस टेस्ट जरूर कराया जाएगा। हालात संवेदनशील हैं। अगर एक भी कोरोना संक्रमित बच जाता है तो पूरे प्रयासों पर पानी फिर जाएगा। इसी कारण प्रदेश में अब भी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल को अब लॉकडाउन खुलेगा कि नहीं। यह जरूरी नहीं है। अभी कॉल डाउन खुलने में समय लग सकता है। यहां अभी से लॉकडाउन के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी है। यह कब खुलेगा अभी तय नहीं है। 15 अप्रैल को लॉकडाउन खुलना अभी तय नहीं है। उत्तर प्रदेश के 32 जिलों में अभी कोरोना पॉजिटिव लोग हैं। इनका सारा ध्यान रखा जा रहा है।
अवनीश अवस्थी ने कहा कि अब तो धर्म स्थलों से भी प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना वायरस के जांच केंद्र की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा। इसकी जांच अब दस और मेडिकल कालेज में शुरू हो गई है। हमारा प्रयास है कि अब प्रदेश में कोई भी संदिग्ध जांच से न बच सके। किसी को भी जरा शक हो तो अपनी जांच करा सकता है। सूबे में कई मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 केंद्र बनाए गए हैं, कुछ को अपग्रेड भी किया जाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। तब्लीगी जमात में शिरकत करने के बाद लौट रहे लोगों में से 159 के पॉजिटिव होने के कारण उत्तर प्रदेश सरकार अब 15 अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन खोलने की स्थिति में नहीं है। इस समय प्रदेश में 305 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं, जिनमें से आधी से अधिक संख्या तब्लीगी जमात से लौटे लोगों की है।
उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या के मद्देनजर योगी आदित्यनाथ सरकार लॉकडाउन पीरियड को 14 अप्रैल से आगे बढ़ा सकती है। अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने सोमवार को इसके संकेत दिए। अवनीश अवस्थी ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से तबलीगी जमात में शामिल लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हो रही है उससे प्रदेश में मरीजों की संख्या में अचानक इजाफा हुआ है। अगर ऐसा ही रहा तो 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खोलना संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात से जुड़े लोगों की वजह से ही कई जिलों में संक्रमण फैला है। सबसे ज्यादा संक्रमित आगरा में मिले हैं। उसके बाद मेरठ, सहारनपुर, आजमगढ़, लखनऊ, बाराबंकी, शामली, गाजियाबाद आदि जिले हैं।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि शाम चार बजे तक यूपी में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 305 हैं। इनमें से 159 लोग वे हैं, जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुए आयोजन में हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि जिस तरह से तबलीगी जमात से जुड़े लोगों में कोरोना की पुष्टि हो रही है, उससे लॉकडाउन 14 अप्रैल के बाद हटाना संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अब जमात से जुड़े जिन लोगों में संक्रमण पाया गया है उनके संपर्क में आया है उनको ट्रेस किया जा रहा है।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि तबलीगी जमात में शामिल लोग आगे आकर खुद का जांच करवाएं इसके लिए मुख्यमंत्री ने रविवार को सभी जिलों के धर्मगुरुओं से भी बात की। इस बातचीत में सभी ने की सहमती थी कि इंसान की जिंदगी ज्यादा महत्वपूर्ण है। सभी ने अपना इसमें सहयोग देने की बात कही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर कोर टीम के साथ बैठक की। बैठक में तब्लीगी जमात से लौटे लोगों की रिपोर्ट लगातार पॉजिटिव आने से अब 15 अप्रैल के लॉकडाउन पर वेट एंड वॉच की स्थिति बनी। अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि यूपी में 305 लोग कोरोना वायरस से ग्रसित हैं। आज यूपी में 27 पॉजिटिव केस आए हैं। इनमें से 21 लोग तब्लीगी जमात के हैं। यूपी में 305 में से 159 केश तब्लीगी जमात के लोग हैं। आगे इनकी संख्या बढऩे की भी संभावना है। अभी भी प्रदेश में इनकी तलाश जारी है। अब हम उन लोगों की तलाश में हैं, जो उन जमातियों के सम्पर्क में आए हैं। अब जो भी पकड़ में आएगा, उसका कोरोना वायरस टेस्ट जरूर कराया जाएगा। हालात संवेदनशील हैं। अगर एक भी कोरोना संक्रमित बच जाता है तो पूरे प्रयासों पर पानी फिर जाएगा। इसी कारण प्रदेश में अब भी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि 15 अप्रैल को अब लॉकडाउन खुलेगा कि नहीं। यह जरूरी नहीं है। अभी कॉल डाउन खुलने में समय लग सकता है। यहां अभी से लॉकडाउन के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी है। यह कब खुलेगा अभी तय नहीं है। 15 अप्रैल को लॉकडाउन खुलना अभी तय नहीं है। उत्तर प्रदेश के 32 जिलों में अभी कोरोना पॉजिटिव लोग हैं। इनका सारा ध्यान रखा जा रहा है।
अवनीश अवस्थी ने कहा कि अब तो धर्म स्थलों से भी प्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना वायरस के जांच केंद्र की संख्या को भी बढ़ाया जाएगा। इसकी जांच अब दस और मेडिकल कालेज में शुरू हो गई है। हमारा प्रयास है कि अब प्रदेश में कोई भी संदिग्ध जांच से न बच सके। किसी को भी जरा शक हो तो अपनी जांच करा सकता है। सूबे में कई मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 केंद्र बनाए गए हैं, कुछ को अपग्रेड भी किया जाएगा।
प्रदेश के मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से ठोस कार्ययोजना बनाकर जल्दी मंजूरी लेने का निर्देश दिया गया है। जिन जनपदों में मेडिकल कॉलेज नहीं है। उन जनपदों में सैंपल कलेक्शन सेंटर जरूर बनेगा। सभी 75 जनपदों में यह कलेक्शन सेंटर बनाए जाएंगे।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज समीक्षा की है। उद्योग विभागों में जो अच्छा कार्य हुआ है, उसके कारण 3089 उद्योगों को चालू कर दिया गया है। श्रम विभाग से जिन लोगों को नोटिस भेजी गई थी। उन्हें निरस्त कर दिया गया। अब तक सीएम योगी आदित्यनाथ ने 11 लाख 4 हजार श्रमिकों को 1000-1000 रुपया की धन राशि प्रदान की गई है।
Input:Dainik Jagran