जल-जीवन-हरियाली, नशामुक्ति, दहेज व बाल विवाह उन्मूलन के समर्थन मेंबनने वाली राज्यव्यापी मानव शृंखला की फोटग्राफी-वीडियोग्राफी अबकी आसमान से होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर यह कार्य हेलीकाप्टर से कराने का निर्णय लिया गया है। फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसके लिए जिम्मेवारी भी तय कर दी गयी है।

गौरतलब हो कि वर्ष 2017 में नामशुक्ति और 2018 में बाल विवाह व दहेज उन्मूलन के पक्ष में बनी बिहार की मानव शृंखलाओं ने विश्व रेकार्ड बनाया था। इन दोनों की शृंखलाओं की फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी ड्रोन से करायी गयी थी लेकिन समीक्षा में यह बात सामने आयी कि ड्रोन से इस ऐतिहासिक क्षण की यादों को सहेजने की कोशिश बहुत कारगर नहीं हो सकी। शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक डा. विनोदानंद झा ने बताया कि फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी कराने का कार्य अब सूचना एवं जनस्मपर्क विभाग कराएगा। इस कार्य के लिए 12 हेलीकाप्टर राज्य सरकार किराए पर लेगी। 3 और हेलीकाप्टर राज्य में कार्यरत तीन फ्लाइंग क्लब के होंगे। इन सभी 15 हेलीकाप्टर पर सवार होकर विशेषज्ञ फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर मानव शृंखला को अपने कैमरे में कैद करेंगे। ये फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर सिनेमा के अनुभवी लोग होंगे। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग इनका चुनाव कर इन्हें जिम्मा सौंपेगा। हेलीकाप्टरों का अलग-अलग रूट चार्ट भी बनाया जा रहा है। कोशिश होगी कि राज्य के हर इलाकों में वीडियोग्राफर और फोटोग्राफर मानव शृंखला को अपने कैमरों में कैद कर सकें।

17 को पूर्वाभ्यास संभव
डा. झा के मुताबिक 17 जनवरी को मानव शृंखला के दो दिन पूर्व राज्य के कई जिलों में मानव कतार लगाने का अभ्यास किया जाएगा। किराए पर लिये गये कुछ हेलीकाप्टरों को बतौर एक्सरसाइज शुक्रवार को इन जिलों में रूट बनाकर भेजा जाएगा। उसपर छायाकार भी सवार होंगे और रिहर्सल करके उसकी रफ्तार और ऊंचाई आदि तय की जाएगी कि किस रफ्तार और किस ऊंचाई से बेहतर तस्वीरें ली जा सकती हैं। इनके द्वारा ली गयी तस्वीरें बाद में मानव शृंखला को लेकर की जा रही दस्तावेजीकरण का भी हिस्सा बनेंगी।

हर एक किमी पर मोटरसाइकिल से वीडियोग्राफी
जनशिक्षा के मो. गालिब ने बताया कि मानव शृंखला की तैयारियां पूरी हो गयी हैं। ग्राउंड जीरो से अर्थात गांव-कस्बों से लेकर मानव शृंखला के हर रूट पर एक किमी की दूरी पर एक मोटरसाइकिल से वीडियोग्राफी की जाएगी।

पहली बार अभियान में किन्नरों का जत्था
रेशमा के नेतृत्व में पहली बार मानव शृंखला को लेकर जागरूकता अभियान में शिक्षा विभाग ने किन्नरों के कला जत्थे का इस्तेमाल किया है। यह जत्था पटना के सभी वार्डों में घूम-घूमकर नुक्कड़ नाटक और गीतों के माध्यम से लोगों को 19 जनवरी के मानव कतार में शामिल होने का न्यौता दे रहा है।

Input : Hindustan

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