देश में कोरोना वायरस के कारण लगे पाबंदियों के लंबे समय बाद माता के भक्तों के लिए खुशखबरी आई है। अब भक्त माता वैष्णो देवी के दर्शन कर पाएंगे। पिछले 5 महीनों से बंद माता वैष्णो देवी की यात्रा अब शुरू होने जा रही है। 16 अगस्त को फिर से माता वैष्णो देवी की यात्रा खुल जाएगी। साथ ही प्रदेश के बाकी धार्मिक स्थलों को भी खोल दिया जाएगा, जिसमें बाबे मंदिर, रघुनाथ मंदिर, शिव खोड़ी सहित बाकी देवी देवताओं के मंदिर भी खोलने की घोषणा कर दी गई है।
17 मार्च को करीब 14 हजार 816 भक्त गए थे भवन
धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने की जानकारी सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल की ओर से दी गई है। रोहित कंसल ने कहा है कि सभी देवा स्थानों को 16 अगस्त से खोल दिया जाएगा। जिसमें सभी को एसओपी का पालन करना होगा।
बता दे कि अंभक्तों को अंतिम बार 17 मार्च को माता के भवन भेजा गया था, 17 मार्च को करीब 14 हजार 816 भक्तों को माता के भवन के लिए रवाना किया गया था जिसके बाद से ही लॉकडाउन के कारण यात्रा को बंद कर दिया गया था।
बाहरी यात्रियों के लिए कोरोना वायरस टेस्ट अनिवार्य होगा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल यात्रा को प्रदेश के लोगों के लिए ही खोला गया है, क्योंकि अभी बाहर से यात्रियों को आने में खतरा है और बाहर से यात्रियों को आने नहीं दिया जा रहा है। वहीं बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना वायरस टेस्ट होना अनिवार्य है। जिसके लिए श्राइन बोर्ड की तरफ से पूरी तैयारी की जा रही है।
कितने भक्तों को यहां यात्रा के लिए अनुमति दी जाएगी इस पर विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रतिदिन की भक्तों की गिनती पर भी फैसला किया जाएगा। जिसकी जानकारी बोर्ड दो-तीन दिन में देगी।
माता के भवन आने वाले भक्तों की घटी संख्या
दरअसल इस साल की शुरुआती 2 महीनों में भक्तों की गिनती को देखते हुए ऐसा अनुमान लगाया गया था कि इस साल यात्रा पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ देगी। लेकिन कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन के कारण भक्तों की गिनती कई सालों से कम हो जाएगी। आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी में 5 लाख से ज्यादा भक्त माता के दरबार में पहुंचे थे। वहीं फरवरी में तीन लाख 96 हजार भक्त माता के दरबार आए। वहीं 2019 की बात की जाए तो जनवरी में 5 लाख के करीब और फरवरी में 2 लाख से ज्यादा वक्त आए थे।