श्रीनगर के कुपवाड़ा जिले में शुक्रवार को डयूटी के दौरान शहीद लखनपुरा निवासी 19 वर्षीय कमलेश कुमार सिंह उर्फ भोला कुमार के अंतिम दर्शन के लिए रविवार को पटनावासी उमड़े हैं। सड़कों के दोनों किनारे खड़े होकर भारत माता की जय, शहीद कमलेश अमर रहें के नारे लगाए जा रहे हैं। इस दौरान लोगों में आक्रोश भी देखने को मिल रहा है। पाकिस्तान मुर्दाबाद की गूंज भी सुनाई पड़ रही है।

तिरंगा झंडा ले युवाओं के साथ दिख रहे वृद्ध

जहां-जहां से शहीद का शव गुजर रहा है लोग साथ होते जा रहे हैं। शव के साथ हजारों लोग चल रहे हैं। प्रखंड के नयाटोला से केलवारिया तक सड़क की दोनों ओर लोग खड़े रहे और पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर रहे हैं। इस बीच 17 साल के शहीद जवान को याद कर कई लोगों की आंखें भी भर आ रही हैं। तिरंगा झंडा हाथ में लिए युवाओं के साथ वृद्धों का भी जुटान देखने को मिल रहा है।

पटना एयरपोर्ट पर जवानों ने दी सलामी

इसके पहले शनिवार की देर रात पटना एयरपोर्ट पर शहीद सैनिक कमलेश सिंह का पार्थिव शरीर पहुंचा था। एयरपोर्ट पर शहीद जवान के मामा, चचेरे भाई और गांव के दर्जनों लोग शाम से ही इंतजार में बैठे थे। पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट पर सेना के जवानों ने सलामी दी थी। इसके बाद दानापुर सैनिक छावनी ले जाया गया। पार्थिव शरीर पहुंचते ही एयरपोर्ट पर मौजूद लोग शहीद के सम्मान में भारत माता की जय आदि के नारे लगाए गए थे।

जन्मदिन पर आई मनहूस खबर

परिजनों ने बताया कि 14 सितंबर को कमलेश का जन्म दिन था, जन्मदिन धूमधाम से हर साल मनाया जाता था। लेकिन इस बार खुशी की बजाए गम के आंसू बह रहे हैं। प्रखंड के लखनपुरा गांव में शहीद के घर पर शनिवार को पूरे दिन सांत्वना देने के लिए आने वाले लोगों का तांता लगा रहा। शहीद कमलेश सिंह के पिता अनिल कुमार सिंह बार-बार रोते हुए बेहोश हो जा रहे थे। चाचा मंटू सिंह, परमानंद सिंह, नवीन सिंह, गोपाल सिंह अपने भाई अनिल कुमार सिंह को संभाल रहे थे। कमलेश की दादी रामपरी देवी रोते हुए कह रही थी, भगवान पोते के बदले मुझे क्यों नहीं उठा लिया। मेरे आंखों के सामने बहू कंचन देवी, शहीद की मां एवं अब पोते कमलेश उर्फ भोला चला गया। शहीद कमलेश की मां की मौत करीब आठ वर्ष पूर्व हो गई थी।

Input : Dainik Jagran

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