चार दिनों तक बिहार के सभी बैंकों में कामकाज ठप रहेगा। बैंक अधिकारी 26 से 27 सितंबर तक हड़ताल पर रहेंगे। इसके बाद 28 तारीख को महीने का अंतिम शनिवार होने के कारण बैंक बंद रहेंगे। वहीं 29 सितंबर को रविवार का अवकाश है। बैंकों के विलय पर रोक सहित अन्य मांगों को लेकर अधिकारी पूरे देश में दो दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे। इसका असर बिहार में भी रहेगा।
चार दिनों तक बिहार के सभी बैंकों में कामकाज ठप रहेगा। बैंक अधिकारी 26 से 27 सितंबर तक हड़ताल पर रहेंगे। इसके बाद 28 तारीख को महीने का अंतिम शनिवार होने के कारण बैंक बंद रहेंगे। वहीं 29 सितंबर को रविवार का अवकाश है। बैंकों के विलय पर रोक सहित अन्य मांगों को लेकर अधिकारी पूरे देश में दो दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे। इसका असर बिहार में भी रहेगा।
देश के अधिकारियों के चारों संगठन ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस और नेशनल ऑरगनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स ने हड़ताल पर जाने की घोषणा की है।
संगठनों की मांग है कि बैंकों के विलय को वापस लिया जाए। इसके अलावा मांगों के अनुरूप वेतनमान का पुनरीक्षण, सप्ताह में पांच दिन कार्यदिवस, कैश ट्रांजैक्शन की समय-सीमा घटाना, निगरानी मुकदमे में बाहरी हस्तक्षेप बंद करने, पुन: पेंशन योजना लागू करने, पारिवारिक पेंशन से सीलिंग हटाकर लाभ देने, कस्टमर सेवा शुल्क घटाया जाना आदि प्रमुख मांगें हैं। नॉन परफार्मेंस का आरोप लगाकर प्रताडऩा बंद करने की मुख्य मांग है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB), आंध्र बैंक सहित सभी राष्ट्रीय बैंक एवं मध्य ग्रामीण बैंक भी हड़ताल में शामिल होंगे। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के संयुक्त महामंत्री डीएन त्रिवेदी ने कहा कि सभी बैंक हड़ताल में शामिल होंगे। इलाहाबाद बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के सुनील सिंह ने कहा कि बैंकों की हड़ताल शत फीसद सफल होगी। देशभर के 4.50 लाख से अधिक अधिकारी हड़ताल पर रहेंगे। अधिकारी हड़ताल पर रहेंगे तो कर्मचारी भी शाखा में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। पैसे का लेनदेन भी बंद रहेगा।