बीज निदेशालय, ढोली, मुजफ्फरपुर में अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना-बीज (क्यू०एस०पी०) जनजातीय उप-योजना अन्तर्गत पूर्वी चम्पारण जिले के 25 आदिवासी कृषकों का तीन दिवसीय 14-16 मार्च, 2024 “बीजोत्पादन, प्रसंस्करण एवं भंडारण” विषय पर तीन दिवशीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जहाँ समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ मयंक राय , (अधिष्ठाता), कृषि स्नाकोत्तर महाविद्यालय डॉ राजेंद्र प्रसाद सेंट्रल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी पूसा मत्स्यकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ पी पी श्रीवास्तव मुजफ्फरपुर ने भाग लिया।
कार्यक्रम का समापन अतिथियों एवं संसथान के निदेशक डॉ० डी०के० राय के द्वारा किया गया। मंच का संचालन परियोजना अन्वेषक डॉ० राजेश कुमार के द्वारा किया गया। समाप्ति भाषण के दौरान बीज निदेशक, डॉ० डी के राय ने बीज की महता एवं उसके उपयोग के बारे में विस्तुत चर्चा की वहीं पर अतिथि अधिष्ठाता मयंक राय स्नाकोत्तर कृषि महाविद्यालय डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय एवं मत्स्य की महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉक्टर पी पी श्रीवास्तव सर ने किसानों के बीच सहभागिता प्रमाण पत्र भत्ता सहित के आलावा मरुआ बीज का पैकेट सभी किसानों हांसिया खुरपी और कुदाल को भेंट स्वरूप दिया गया।
धन्यवाद ज्ञापन केन्द्र के सह प्राध्यापक डॉ० राजीव कुमार श्रीवास्तव के द्वारा किया गया। प्रशिक्षण के दौरान वैज्ञानिक डॉ० राजेन्द्र प्रसाद, डॉ विनय कुमार चौधरी, डॉ अजय कुमार, श्री हेमचन्द्र चौधरी, मनीष कुमार, नित्या नन्द निराला, यमन कुमार, पूजा कुमारी, आशुतोष रंजन ब्रह्मदेव पंडित इत्यादि उपस्थित थे।