मुज़फ्फरपुरवासियों के लिए अच्छी खबर हैं। अब इस शहर को 27 पैनिक बटन सुरक्षा देंगे। इस पैनिक बटन की वजह से किसी तरह के खतरा, अपराध, हादसा, छेड़खानी जैसे परिस्थितियों में लोगों को मदद मिलेगी।
स्मार्ट सिटी की आईसीसीसी मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर योजना के तहत शहर में 13 जगहों पर ‘इमरजेंसी कॉल बॉक्स’ लगाए गए हैं। जिनमें कंपनीबाग, अखाड़ाघाट, ब्रह्मपुरा, जूरनछपरा, इमलीचट्टी चौक, कलमबाग चौक, सिकंदरपुर स्टेडियम चौक, अतरदह आरडीएस, पकड़ी सराय चौक, बनारस बैंक चौक, रामबाग, कन्हौली चौक और इमली चौक इलाकेें शामिल है। इमरजेंसी कॉल बॉक्स नीले रंग की हैं। उसके ऊपर लालबत्ती और नीचे पैनिक बटन लगा हैं। अगर आप देर रात कहीं फंस जाते हैं। आपके पास आपका मोबाइल फोन या अन्य साधन नही हैं। यदि उस वक्त कोई घटना होने वाली हो आपके साथ या कोई अपराधिक तत्व का व्यक्ति सामने आ जाए तो ऐसे परिस्थिति में आप इमरजेंसी कॉल बॉक्स में लगे पैनिक बटन की मदद से स्वयं की रक्षा कर सकते हैं। उसे दबाते ही आईसीसीसी के जरिए पुलिस तक आपकी संदेश पहुंच जाएगी व कुछ देर में पुलिस आपके पास मौजूद रहेगी।
बारिश या बाढ़ जैसे स्थिति में नाला आदि के जलस्तर की जानकारी प्रशासन से लेकर पब्लिक तक आसानी से पहुंचेगी। इसको लेकर शहर के पांच इलाकों कलमबाग, छाता चौक, बीबीगंज, मिठनपुरा व रामबाग में फ्लड सेंसर लगाए गए हैं।इसे कल्वर्ट पर लगाया गया है। प्राकृतिक आपदा से निपटने व बचाव में यह सहायता प्रदान करेगा।
इतना ही नहीं शहरवासियों के सुविधा के लिए आठ स्थानों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाए गए हैं। इसकी मदद से सरकारी संदेश, प्रशासनिक सूचना आदि की जानकारी लोगों को दी जाएगी। यह सिस्टम अतरदह, कंपनीबाग, अखाड़ा घाट, ब्रह्मपुरा, इमलीचट्टी चौक, बनारस बैंक चौक और सिकंदरपुर स्टेडियम चौक इलाके में लगाया गया हैं। जबकि पुरानी बाजार चौक पर इसे लगाने का काम बाकी है।
एमएससीएल सीजीएम राजेश सिन्हा ने इस बाबत जानकारी देते हुए कहा हैं कि आईसीसीसी मास्टर सिस्टम इंटीग्रेटर योजना के तहत अब तक 65 प्रतिशत काम पूरा हो चुका हैं। इमरजेंसी कॉल बॉक्स, सीसीटीवी, ट्रैफिक सिग्नल, पर्यावरण सेंसर आदि लगाए गए हैं। इसे चरणबद्ध तरीके से पूरा करना है। इमरजेंसी कॉल बॉक्स व अन्य सिस्टम अगले माह के मध्य तक चालू होंगे। तकनीकी जांच व ट्रायल आदि भी किए जायेंगे।